कानपुर मुठभेड़ के दोषी मुखबिरों को एक माह के भीतर चौराहे पर दी जाए फांसी : शांता
यंगवार्ता न्यूज़ - काँगड़ा 07-07-2020
कानपुर के बिकरू गांव में हुई मुठभेड़ में पुलिस कर्मियों की मौत पर शांता कुमार ने दुख जाहिर किया है। उन्होंने सरकार से यह मांग भी उठाई है कि इस घटना में शामिल मुखबिरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और उन्हें फांसी की सजा भी मिले। यहां जारी एक बयान में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने यह बात कही।
शांता ने कहा कि कानपुर में आठ पुलिस अधिकारियों की शहादत हुई है, एक शहीद की बेटी के आंसू पूरे देश को रुला रहे हैं। यह शहादत पुलिस के कुछ देशद्रोही मुखबिरों के कारण हुई है। यह सोचकर दिल फटने लगता है।
उन्होंने कहा पूर्व पुलिस महानिदेशक और प्रशासन के विशेषज्ञ प्रकाश सिंह ने आज एक लेख में चेतावनी दी है, यदि बिगड़ते हालात में सुधार नहीं लाया गया तो एक दिन देश से लोकतंत्र का जनाजा उठ जाएगा।
उन्होंने कहा पुलिस थाने में घुसकर राज्यमंत्री को गोली मारने वाला और 70 गंभीर अपराधों का आरोपी जमानत पर कैसे है? ऐसे में न्यायपालिका, प्रशासन राजनीतिज्ञ सब सवालों के घेरे मे हैं।
उन्होंने बड़े दुखी मन से सरकार से आग्रह किया कि इन मुखबिरों के विरुद्ध कठोर कानून में मुकदमा प्रतिदिन सुनवाई करके एक माह में पूरा किया जाए। इन्हें फांसी की सजा हो और फांसी उसी शहादत वाले चौक पर दिन में सार्वजनिक रूप से दी जाए।
उन्होंने कहा यदि देशद्रोही कानून और वफादारी की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं तो कानून को भी थोड़ा सीमा से बाहर जाना चाहिए। नहीं तो वह न हो जाए जिसकी चेतावनी प्रकाश सिंह ने दी है।