कीमती गिफ्ट लौटा कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पेश की मिसाल : प्रदीप चौहान
ल प्रदेश के ईमानदार और छवि सजाने वाले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जो मिसाल पेश की है मैं उसकी तारीफ करता हूं और यह काम एक आम आदमी ही कर सकता है
तनु शर्मा - पांवटा साहिब 22-04-2023
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक बार फिर अपनी स्वच्छ और ईमानदार छवि का परिचय दिया है जिसकी पूरे प्रदेश में भूरी भूरी प्रशंसा हो रही है।
यह बात प्रेस को जारी बयान में मजदूर नेता और कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदीप चौहान ने कही। प्रदीप चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को हमेशा आम आदमी के हितों की चिंता रहती है।
उन्होंने कहा कि गत दिनों मुख्यमंत्री को दिल्ली के एक व्यवसायी ने चांदी की मूर्ति भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने व्यवसायी से पूछा कि इस पैकेट में क्या है तो उन्होंने कहा कि इसमें चांदी की एक मूर्ति है।
सीएम ने पूछा कि इस मूर्ति की मार्केट में कीमत कितनी होगी तो व्यवसाई ने बताया कि यह करीब 5 लाख रुपये कीमत की है। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि आप वास्तव में ही कुछ देना चाहते हैं तो इस चांदी की मूर्ति के बदले मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच लाख रुपये का अंशदान करें जिस पर व्यवसाई ने हामी भरते हुए मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच लाख का अंशदान किया।
प्रदीप चौहान ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश के ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने ईमानदारी का परिचय देते हुए प्रदेश की जनता का दिल जीता है।
प्रदीप चौहान ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू को सत्ता में रहते हुए करीब 2 दशक से अधिक का समय हुआ है , लेकिन उन्होंने कभी भी सत्ता सुख के लिए राजनीति नहीं की। सुक्खू जब से राजनीति में आए हैं तो उन्होंने जनता की सेवा तवज्जो दी है।
आज तक वह कैबिनेट मंत्री तक नहीं बने केवल मात्र जनसेवा को ही सर्वोपरि बनाया। उन्होंने कहा कि यदि कोई अन्य नेता होता तो है इस गिफ्ट से अपने ड्राइंग रूम की शोभा बढ़ाते।
सीएम ने एक बार फिर अपनी सादगी का परिचय दिया है। वहीं उन्होंने कहा कि यदि पांवटा साहिब की बात करते हैं तो पांवटा साहिब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी भी स्वच्छ छवि के नेता है।
उन्होंने कहा कि किरनेश जंग भी हमेशा की जनता के सुख-दुख के लिए आगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि किरनेश जंग ने हमेशा पांवटा साहिब के विकास को तवज्जो दी है।