कमीशन नहीं तो पेमेंट नहीं , पंचायत के अधूरे विकास कार्यों की लीपापोती में लगा विभाग 

कमीशन नहीं तो पेमेंट नहीं , पंचायत के अधूरे विकास कार्यों की लीपापोती में  लगा विभाग 
चमेल सिंह देसाईक - शिलाई 16-12-2020
 
प्रदेश में आगामी पंचायतीराज चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की रोस्टर लिस्ट जारी हो गई है अगले 5 दिनों के अंदर आचार संहिता लगने की सूचनाएं है लेकिन विकास खण्ड शिलाई की विभिन्न पंचायतों में दर्जनों विकास कार्य अधर में लटके पड़े है वित्त वर्ष 2020-21 की स्कीमें पिछले 6 महीनों से समय पर  मजदूर, मिस्त्री की मजदूरी व मेटीरियल पेमेंट न मिलने से जनता के लिए सफेद हाथी बनी हुई है इसलिए क्षेत्र में प्रशासनिक अमला के प्रति रोष व्याप्त है।
 
 जानकारी के अनुसार अप्रैल माह में स्वीकृत हुई स्कीमें अभी तक पूर्ण नही हो पाई है खण्ड की 29 पंचायतो में विकास कार्यों पर खर्च होने वाले लगभग 3 करोड़ रुपये विकास खण्ड की तरफ से जारी नही किए गए है इनमें 2 लाख से अधिक मजदूरों की मजदूरी लटकी पड़ी है तो 2.50 लाख के करीब मिस्त्रियों की मजदूरी लटकी हुई है इसके अतिरिक्त लगभग 3 करोड़ रुपये मेटीरियल पेमेंट के खड़े है जिनकी वजह से स्कीमें अधर में लटकी पड़ी है।
 
  इतना ही नही बल्कि कई स्कीमें तो ऐसी है जो 3 से पांच बार रिपेयर हो गई है लेकिन स्कीम पूर्ण होने की अंतिम अदायगी पिछले 15 सालों से नही हो पाई है इस बीच कई अधिकारी आए और चले गए, सभी अधिकारियों ने "आगे दौड़ पीछे छोड़" वाली नीति पर कार्य किया इसलिए दर्जनों स्किमो की अंतिम अदायगी नही हो पाई है। शिलाई क्षेत्र के सुरेंद्र सिंह, कल्याण सिंह, तपेन्द्र सिंह, अर्जुन सिंह, मोहन सिंह, इंदर सिंह, संत राम, दलीप सिंह, मदन सिंह बताते है कि विकास खण्ड शिलाई में भरपूर भर्ष्टाचार है खण्ड कार्यालय के अंदर बैठे कर्मचारी उन्ही स्कीमों के मजदूरों व मिस्त्रियों के साथ मेटीरियल की पेमेंट पंचायत को भेजते है जिस योजना की कमीशन समय पर इनको दी जाती है पिछली बार जब मेटीरियल पेमेंट वेंडरों को दी गई तो उसमे यह सुनिशित किया गया कि कमीशन आई है या नही आई है जिस स्कीम की कमीशन नही मिली उसकी मेटीरियल पेमेंट के साथ मिस्त्रियों की मजदूरी रोक दी गई है तथा तकनीकी सहायक व कनिष्ट अभियंताओं ने मजदूरों के मस्टरोल शून्य कर दिए है। यही क्रम लगातार चल रहा है इसलिए मौका पर कार्य नही हो रहे है।
 
समय पर न मजदूरी मिल रही है न ही मेटीरियल उपलब्ध हो रहा है इस वर्ष की स्कीमें पिछले 6 महीने से अधर में लटकी पड़ी है अधूरे कार्य कई जगह से टूट गए है विभाग की लापरवाह व भष्ट कार्य प्रणाली ने क्षेत्र के विकास को विराम लगा दिया है। इसलिए उच्च अधिकारियों से अपील की जाती है कि समय पर अधर में लटकी स्किमो में सभी तरह की पेमेंट जारी करवाएं ताकि नई पंचायत बनने से पहले अधर में लटके कार्य पूर्ण हो सकें।
 
 विकास खण्ड अधिकारी विनीत ठाकुर ने बताया कि विकास खण्ड के अंदर अधूरी स्कीमों पर हर तरह की पेमेंट जल्द रिलीज की जा रही है पुरानी स्कीम पूर्ण होने से पहले नई स्कीमें जारी नही की जाएगी।  उन्होंने कहा कि शीघ्र ही स्टाफ के साथ बैठक कर पुरानी सभी स्किमो की अंतिम अदायगी देने की रणनीति पर कार्य किया जाएगा, शिमला से मेटीरियल पेमेंट आ गई है। जल्द पंचायतों को पेंडिग मेटीरियल पेमेंट जारी की जाएगी।