कारगिल दिवस पर जामुन और आम खाने वाली कांग्रेस को माफ नहीं करेगी जनता : सुरेश कश्यप
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 27-07-2020
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कारगिल विजय दिवस पर कारगिल के शहीदों को न तो याद किया और न ही उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, लेकिन इस दौरान मुकेश अग्निहोत्री हरोली में अपने कांग्रेस के साथियों के साथ कोरोना के इस दौर में सामाजिक दूरी के नियमों का उल्लघंन करते हुए आम, जामुन खा रहे थे और हरोली में विभिन्न स्थानों पर घुम रहे थे ।
यह बात आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने प्रैस बयान में कही। उन्होनें कहा कि पूरे दिन सरकार को सोशल मीडिया में कोसने वाले कांग्रेस के दो चिरपरिचित नेता कारगिल दिवस भूल गए।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि एक तरफ जहां सरकार और भाजपा शहीदों को श्रद्धांजलि देने और उनके हित में फैसले लेने में दिखी वहीं कांग्रेस के दो बड़े नेता शहीदों को भूलते हुए राजनीति चमकाने में व्यस्त रहे। वीरभूमि हिमाचल के शूरवीर कैप्टन विक्रम बत्रा और सौरभ कालिया ने अपनी कुर्बानी देश के लिए दी ।
क्या इन कांग्रेसियों को इतना भी विवेक नहीं था कि हिमाचल के इन वीर सपूतों को एक पल याद ही कर लिया जाए। सुरेश कश्यप ने कहा कि ठीक इसी तरह राजनीति के रंग में मदहोश होकर कोंग्रेस के युवा विधायक विक्रमादित्य सिंह भी इस बार कारगिल दिवस को भूल गए और शहीदों को ना श्रद्धांजलि दी और ना ही सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें याद किया।
उन्होनें कांग्रेस से सवाल करते हुए पूछा कि अब कहाँ गयी कांग्रेस की देशभक्ति, क्या कांग्रेस केवल विपक्ष के नाते दूसरों को ही ज्ञान बाँटना जानती है ? कारगिल दिवस पर शहीदों को याद ना करना क्या कांग्रेस द्वारा सेना का अपमान नहीं है ? क्या ये उसी कांग्रेस के नेता है जो भाजपा सरकार को छोटी छोटी बातों पर ज्ञान बाँटती है और खुद देश के लिए और सेना के लिए समर्पण का इतना बड़ा दिन कारगिल दिवस या शोर्य दिवस पर अपने शहीदों को याद करना भूल गए।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज जो कांग्रेस पार्टी पूरे देश में राजभवनों का घेराव कर रही है यह इनका केवल मात्र राजनीतिक स्टंट है और कुछ नहीं। कांग्रेस पार्टी भाजपा पर राजभवन के माध्यम से कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारें गिराने का जो आरोप लगा रही है, वह पूरी तरह निराधार है।
जबकि हकीकत यह है कि कांग्रेस पार्टी अपने कूनबे को नहीं सभाल पा रही है और इनके नेता स्वयं पार्टी छोड़ रहे हैं। जिस पार्टी में मुख्यमंत्री पद के 4-5 दावेदार हो उस पार्टी का बिखरना स्वाभाविक ही है। उन्होनें कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास अब न तो नीति है, न नेता है और न ही नीयत है, ऐसे में इस पार्टी का असितत्व न केवल प्रदेश से बल्कि पूरे देश से समाप्त होता जा रहा है और आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से राजनीति से विलुप्त हो जाएगी।