कोरोना की बूस्टर डोज को तरसा सोलन, टीकाकरण में अभी भी पिछड़ा हुआ है जिला

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज का स्टॉक खत्म हो गया है। पिछले माह जिले को 6500 डोज मिली थी, जो लगा दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग से और स्टॉक भेजने की डिमांड की गई

कोरोना की बूस्टर डोज को तरसा सोलन, टीकाकरण में अभी भी पिछड़ा हुआ है जिला

यंगवार्ता न्यूज़ -  सोलन    12-02-2023

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज का स्टॉक खत्म हो गया है। पिछले माह जिले को 6500 डोज मिली थी, जो लगा दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग से और स्टॉक भेजने की डिमांड की गई है। सोलन जिले के लोगों ने कोरोना की पहली और दूसरी डोज लगाने में खासी दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन बूस्टर डोज लगवाने में जिला अभी भी पिछड़ा हुआ है। 

जानकारी के अनुसार, सोलन जिले में अब तक सिर्फ 1,65,428 लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाई है। आठ लाख लोगों ने पहली डोज लगवाई थी। दूसरी डोज 7.28 लाख लोगों ने लगवाई। इन 3 चरणों में इतना गैप होने का कारण लोगों का बूस्टर डोज के प्रति गंभीरता न दिखाना है, लेकिन विदेशों में कोरोना के नए वेरिएंट के सामने आने से लोग बूस्टर लगवाने अस्पताल पहुंच रहे हैं। 

दिसंबर में पूरे हिमाचल प्रदेश में कोरोना वैक्सीन खत्म हो गई थी, जिससे अस्पतालों में वैक्सीनेशन का काम रुक गया था। जनवरी में केंद्र से हिमाचल को 60 हजार डोज मिली। इसमें से 6500 डोज सोलन जिले को मिली। करीब 2 सप्ताह में ही वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक अभी कोरोना का संकट टला नहीं है। 

ऐसे में सभी को कोरोना की बूस्टर डोज लेनी चाहिए। सोलन जिला में इस समय कोरोना का एक एक्टिव केस है। पिछले दिनों सोलन के साथ पूरा हिमाचल कोरोना फ्री हो गया था, लेकिन अर्की ब्लॉक में एक पॉजिटिव केस सामने आया। इसके बावजूद जिले में कोरोना कंट्रोल में है। 

कोरोना के नए वेरिएंट आने की आशंका के कारण जिला के सभी अस्पतालों में आने वालों को मास्क पहनना जरूरी किया गया है। हालांकि इन दिनों सैंपलिंग बहुत कम हो रही है। सोलन जिला में कोरोना से 314 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 31658 लोग उपचार के बाद ठीक हुए हैं। 

सीएमओ सोलन डॉ. राजन उप्पल ने कहा कि जिले को मिली सभी कोरोना बूस्टर डोज लगा दी गई हैं। जल्द ही नया स्टॉक आ जाएगा। उन्होंने कहा कि बेशक कोरोना कंट्रोल में है, लेकिन अभी एहतियात बरतना जरूरी है। इसके लिए कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो किया जाना चाहिए।