कोरोना महामारी के बीच बुजुर्गों का रखें विशेष ध्यान : जिला दण्डाधिकारी
वरिष्ठ नागरिकों के बचाव के लिए जारी एडवाइजरी का करें पालन
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 17-04-2020
जिला दण्डाधिकारी सिरमौर डॉ आर के परुथी ने बताया की सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ मिलकर कोविड-19 के संक्रमण से वरिष्ठ नागरिकों के बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है।
उन्होंने बताया कि जनगणना 2011 के मुताबिक, भारत में 60 वर्ष से अधिक आयु वाले करीब 16 करोड़ बुजुर्ग हैं और बुजुर्गों में कोविड-19 के संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। यह एडवाइजरी बुजुर्गों और उनकी देखरेख करने वालों के लिए हैं की कैसे बुजुर्गों की इस महामारी के दौरान देखभाल की जाये।
एडवाइजरी के अनुसार बुजुर्ग व्यक्तियों को घर में ही रहना चाहिए और कोशिश करें इस महामारी के दौरान कोई और व्यक्ति बहार से आपके घर न आए। अगर मिलना ज्यादा जरूरी है तो अपने और आये हुए व्यक्ति के बीच कम से कम एक मीटर की दुरी बनाकर रखें।
बुजुर्ग व्यक्तियों को छोटे-बड़े किसी भी प्रकार के आयोजन में नहीं जाना चाहिए और घर पर ही रहना चाहिए। अगर हो सके तो हलकी कसरत या योग कर सकते हैं। बुजुर्ग व्यक्तियों को अपनी साफ-सफाई का खास ख्याल रखना चाहिए।
खाना खाने से पहले और बाथरूम इस्तेमाल करने के बाद हाथ साबुन और पानी के साथ कम से कम 20 सेकेंड्स तक आवश्य धोने चाहिए। ज्यादा छुई जाने वाली चीजें जैसे की चस्मा आदि को बार-बार साफ करें।
एडवाइजरी के अनुसार बुजुर्ग व्यक्तियों को ऐसे व्यक्तियों के संपर्क में नहीं आना चाहिए जिनमे कोरोना वायरस के लक्षण नजर आ रहे हों। अपने दोस्तों और करीबियों से न हाथ मिलाये और न ही उनसे गले मिलें।
अधिकतर उपयोग होने वाली सतह जैसे वाकिंग केन, वॉकर, व्हील चेयर इतियादी को साफ करते रहे। बुर्जुग व्यक्तियों को हाथ अच्छी तरह धोने में उनकी सहायता करें और उनके खाने-पीने का तथा उनकी सेहत का भी पूरा ध्यान रखें।
बुजुर्ग व्यक्ति का ध्यान रख रहे व्यक्ति इस बात का विशेष ध्यान रखें की बुजुर्ग व्यक्ति को सारा दिन बिस्तर पर ही न रखा जाये। बिना हाथ धोये बुजुर्ग व्यक्ति की मदद न करें। यदि बुजुर्गों का ध्यान रख रहे व्यक्ति को बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ है तो वह बुजुर्गों के करीब न जाए।
इसके अतिरिक्त, बुजुर्ग अपनी मानसिक तंदुरुस्ती के लिए घर पर अपने परिवार वालों से बात करते रहे। बुजुर्ग अपने पड़ोसियों से भी बात कर सकते हैं लेकिन उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा तथा एक स्थान पर ज्यादा लोग इकठ्ठा न हो।
बुजुर्गों को शांत वातावरण मुहैया करवाएं तथा उन्हें उनकी पुरानी रूचि जैसे की पेंटिंग, संगीत सुनना या किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करें। यह सुनिश्चित करें की बुजुर्गों तक केवल भरोसेमंद जानकारी ही पहुंचे और वह उसी पर विश्वास करें।
अकेलापन को दूर करने के लिए तम्बाकू, शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन न करें। अगर बुजुर्ग किसी दिमागी बीमारी से जूझ रहे हैं तो हेल्पलाइन नंबर 08046110007 पर फोन करें।
अगर बुजुर्ग मानसिक तनाव महसूस कर रहे हैं तो वह अकेले न रहे और खुद को कमरे में बंद न रखें। किसी सनसनीखेज खबर या सोशल मीडिया पोस्ट पर ध्यान न दे तथा अप्रमाणित खबर या जानकारी को किसी और से साँझा न करें।