कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से प्रदेश के  कई जिलों में जीवनरक्षक दवाओं का संकट

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से प्रदेश के  कई जिलों में जीवनरक्षक दवाओं का संकट

यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला  11-05-2021

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं हांफने लगी हैं। कांगड़ा सहित कई जिलों में कोरोना मरीजों को दी जाने वाली जीवनरक्षक दवाओं डोक्सीसाइक्लिन और आइवर मैक्टिन की कमी ज्यादा हो रही है। 

इस वजह से घर में आइसोलेट कोरोना मरीजों को देरी से दवाएं मिल रही हैं।कांगड़ा के एक बीएमओ ने बताया कि एक हफ्ते से डोक्सीसाइक्लिन और आइवर मैक्टिन दवाओं की कमी पेश आ रही है।

सभी बीएमओ मुख्य स्टोर से दवा मांग रहे हैं लेकिन उन्हें नहीं मिल रही।  बीएमओ, सीएसची और पीएचसी के इंचार्ज अपने स्तर पर मार्केट से थोड़ी बहुत दवा खरीद कर मरीजों को दे रहे हैं लेकिन उससे काम नहीं चल रहा है। 

दो दिन और दवा की सप्लाई नहीं पहुंची तो कोरोना मरीजों को दवाई मिलना मुश्किल हो जाएगा।  एक और बीएमओ बताया कि धर्मशाला के मुख्य स्टोर से दो दवाओं की सप्लाई नहीं आ रही है। 

एक पीएचसी के इंचार्ज डाक्टर ने बताया कि उन्होंने मार्केट से आइवर मैक्टिन की 2000 और डोक्सीसाइक्लिन की 1000 गोलियां खरीद ली थीं, उस वजह से मुश्किल से काम चला। अगर दो दिन में हमें विभाग से दवा नहीं मिली तो हम मरीजों को दवाई नहीं दे पाएंगे।

धर्मशाला स्थित स्वास्थ्य विभाग के दवा के मुख्य स्टोर के एक कर्मचारी ने बताया कि डोक्सीसाइक्लिन और आइवर मैक्टिन की दवा की सप्लाई पीछे नहीं आ रही है। सप्लाई करने वाले थोक विक्रेता का कहना है कि डोक्सीसाइक्लिन की कमी अभी खत्म नहीं होगी। 

जसूर स्थित दवा के थोक विक्रता मुनीश ने कहा कि कोरोना मरीजों को दी जाने वाली दवाओं की सप्लाई पूरी नहीं आ रही है। जिस दवा के 10 डिब्बे मांग रहे हैं तो मिल दो ही रहे हैं। पैरासिटामोल 650 एमजी दवा की सप्लाई भी कम आ रही है। 

एंटीबायायोटिक डोक्सीसाइक्लिन सहित अन्य दवा आइवरमैक्टिन भी बहुत कम मिल रही है। सीएमओ जीडी गुप्ता ने बताया कि सभी मरीजों को दवा दी जा रही है। मरीज बढ़ रहे हैं। इसलिए कई बार थोड़ी बहुत दिक्कत आ रही है।