चमेल देसाई - शिलाई 06-12-2020
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर जिला सिरमौर, शिमला के साथ उत्तराखण्ड प्रदेश को जोड़ने वाला फेडीज पुल बनने से पहले ही धराशाही हो गया है। पुल टूटने के पश्चात विभाग और पुल निर्माता कम्पनी की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लग गया है।
जानकारी के मुताबिक शाल्वी नदी पर दशकों पहले बना पुल जर्जर व आवाजाही के लिए असुरक्षित हो रहा है, वाहनों की आवाजाही अधिक होने के कारण सुरक्षा के लिहाज से सरकार नए वेली ब्रिज का निर्माण करवा रही थी लेकिन पुल अचानक गिर गया है जिससे क्षेत्र में आवाजाही प्रभावित होने की सूचना है।
क्षेत्रीय लोगो पंकज, रोहित, कमलेश, बिशन सिंह, तपेन्द्र कुमार आदि बताते है कि फेडीज पुल सिरमौर जिला के साथ जिला शिमला व उत्तराखण्ड प्रदेश को जोड़ता है। उन्होंने कहा कि नगदी सफलें व बागवानी फसलों को मंडी पहुचाने का यही मार्ग है। नए बन रहे पुल में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था। गनीमत रही की विभाग की पोल पुल निर्माण पूर्ण होने से पहले खुल गई है वरना बड़ी दुर्घटना हो जाती।
विभाग की लापरवाह कार्य प्रणाली हिमाचल व उत्तराखण्ड प्रदेश के लोगो की जिंदगियों पर भारी पड़ रही है, ऐसा पहली बार नही हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग 707 मंडल नाहन अधिशासी अभियंता अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि फेडीज पुल अधिक पुराना व जजर्र हो गया है।
इसलिए वैकल्पिक वेली ब्रिज का निर्माण करवाया जा रहा है। पुल के पेनल खुल जाने से पुल का एक हिस्सा नंदी में गिर गया है, पुराने पुल की जगह नया पुल न बनने तक वैकल्पिक वेली ब्रिज का इस्तेमाल किया जाना है। पुल को फिर से बनाया जाएगा।