कालीस्थान तालाब में बिखरी पड़ी गंदगी , तालाब की सुंदरता को लगा ग्रहण
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 18-09-2020
तालाबों के शहर नाहन में प्रमुख तालाबों में से एक ऐतिहासिक कालीस्थान तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए शहरवासियों ने आवाज उठाई है। हालांकि पूर्व में भी ऐतिहासिक नाहन शहर के तालाबों के संरक्षण के लिए मुहिम तेज होती आई है, जिसके बाद यहां के तालाबों के लिए नगर परिषद ने कदम उठाते हुए सफाई अभियान भी चलाए हैं।
वहीं अब ऐतिहासिक तालाब कालीस्थान के चारों ओर अनारकली रैलिंग से इसका सौंदर्य बढ़ाने के लिए नगर के लोगों ने मांग उठाई है। शहर के निखिल बंसल, महबूब, प्रकाश शर्मा, प्रेमपाल महिंदु्र इत्यादि दर्जनों लोगों का कहना है कि ऐतिहासिक कालीस्थान तालाब को अकसर पूजा सामग्री डालने के लिए इस्तेमाल कर दिया जाता है।
वहीं वर्तमान में तालाब के चारों ओर केवल तारों से कवर किया गया है। यहां नगर परिषद द्वारा निरीक्षण के बाद दो गेट लगाए जाने भी प्रस्तावित हैं, ताकि किसी भी तरह की सामग्री तालाब के जल में न डाली जा सके। यही नहीं तालाब के सौंदर्यीकरण की छठा को बिखरने के लिए तालाब में जहां रंगीन मछलियों को डालने का प्रस्ताव है।
वहीं फैंसी लाइट्स से भी तालाब के चारों ओर रोशन करने की योजना है, मगर ऐतिहासिक तालाब के सभी योजनाएं अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाई हैं, जिसके चलते ऐतिहासिक तालाब की दुर्दशा भी साफ दिखाई देती है। लोगों का कहना है कि हालांकि तालाब को इस मर्तबा मुख्यमंत्री आजीविका मिशन से जरूर साफ-सफाई होती दिखी है, मगर तालाब के चारों ओर अनारकली रैलिंग से सौंदर्यीकरण को बढ़ावा देना चाहिए।
वहीं यहां पर लाइट्स और दो गेटों का प्रस्तावित निर्माण को नगर परिषद प्राथमिकता के आधार पूरा करे, ताकि ऐतिहासिक तालाब की मौलिकता बरकरार रहे।