चीड़ की पत्तियां अब लोगों को देंगी रोजगार, राज्य सरकार ने पाइन नीडल्स उद्योग के लिए बजट में किया प्रावधान
जंगलों को राख कर रही चीड़ की पत्तियां अब रोजगार देंगी। राज्य सरकार ने चीड़ की पत्तियों (पाइन नीडल्स) के उद्योग लगाने वालों के लिए 50 फीसदी सबसिडी को जारी रखने का फैसला किया
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 01-04-2023
जंगलों को राख कर रही चीड़ की पत्तियां अब रोजगार देंगी। राज्य सरकार ने चीड़ की पत्तियों (पाइन नीडल्स) के उद्योग लगाने वालों के लिए 50 फीसदी सबसिडी को जारी रखने का फैसला किया है। राज्य सरकार ने पाइन नीडल्स उद्योग के लिए बजट में यह खास प्रावधान किया है।
प्रदेश में 27 आवेदकों ने उद्योग स्थापित करने की इच्छा जताई थी। इनमें से अभी तक पांच उद्योगों को स्थापित किया जा चुका है। अब नए वित्तीय वर्ष में उद्योगों को 50 फीसदी सबसिडी या 25 लाख रुपए तक की मदद सरकार की तरफ से मिल पाएगी।
प्रदेश में करीब एक लाख 25 हजार 885 हेक्टेयर भूमि पर चीड़ के पौधे हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। फोरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में इसका खुलासा हो चुका है। इस रिपोर्ट के अनुसार 2019-20 में 27.12 स्क्वायर किलोमीटर जबकि 2021-22 में 9.43 स्क्वायर किलोमीटर घनत्व बढ़ा है। इन बढ़े हुए जंगलों में चीड़ का भी योगदान काफी ज्यादा है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बजट सत्र के दौरान इसका खुलासा किया है। चीड़ के पत्तों का उद्योग लगाने वालों के लिए सरकार विशेष नीति के तहत काम करेगी। राज्य में अभी तक चीड़ की पत्तियों की इकाई के पांच उद्योग स्थापित किए जा चुके हैं।
भविष्य में कैंपा योजना के तहत 2.14 करोड़ रुपए का प्रावधान उद्योगों को स्थापित करने के लिए किया गया है। इसके अलावा जंगलों की आग को रोकने को सरकार व्यापक स्तर पर अभियान चलाएगी।