चूड़धार की तलहटी में बसे प्राचीन गेलियो स्थित शिरगुल मंदिर में रात्रि जागरण का भव्य आयोजन 

चूड़धार की तलहटी में बसे प्राचीन गेलियो स्थित शिरगुल मंदिर में रात्रि जागरण का भव्य आयोजन 

यंगवार्ता न्यूज़ - नौहराधार   12-03-2021

चूड़धार की तलहटी में बसे प्राचीन गेलियो में स्थित शिरगुल मंदिर में रात्रि जागरण का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र के भक्तों ने भाग लिया। साथ मे पारंपरिक ढोल नगाड़ों से शिरगुल महाराज के जयकारे लगाए गए। 

रात भर चली भजन मंडली में स्थानीय प्रसिद्ध गायक कमलराज व गुमान सिंह ने पारंपरिक शिरगुल महाराज की महिमा से समूचा क्षेत्र भक्तिमय कर दिया। शुक्रवार को गेलियो मंदिर के प्रांगण में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। 

शुक्रवार को मौसम खराब रहने व हल्की बारिश के चलते भी श्रदालुओं का मंदिर में आना नही रुका व भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे में तीन पंचायते देवना थनगा, नोहराधार, देवामनल के अलावा स्कूली बच्चों सहित सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया। 

बहराल श्रदालु रात भर  भजन कीर्तन में लील हो गए। वहीं  शुक्रवार को नोहराधार के तहत चोकर पंचायत के केन्था में स्थित मंदिर में शिवलिंग पर लोगों ने भारी संख्या में पहुंचकर दूध चढ़ाया। महिलाओं ने शिव के भजनों पर नृत्य किया। 5 फ़ीट बर्फ पर पैदल चलकर शुक्रवार को भी यात्री पहुंचे।  

हालांकि 30 नवम्बर से  15 अप्रैल तक चूड़धार यात्रा पर प्रशासन की और से रोक लगाई गई है, मगर शिवरात्रि पर्व को मनाने के लिए 10 से 12 फुट बर्फ होने के वावजूद भी शिव भक्त चूड़धार पहुंच जाते है। अब लगता है कि यात्रियों का नोहराधार रास्ते से जाना लगा रहेगा। 

मौसम साफ रहने के चलते श्रदालु चूड़धार की यात्रा कर रहे है। चूड़ेश्वर सेवा समिति के प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि चूड़धार में इन दिनों 5 से 7 फुट बर्फ जमी है। इसलिए चूड़धार यात्रा करना अभी जोखिमपूर्ण व काफी रिस्की है। 15 अप्रेल के बाद मंदिर के कपाट खुलेंगे। तब तक अभी प्रसाशनिक रोक है