यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 21-04-2022
प्रदेश के 11 गेहूं खरीद केंद्रों में 15 अप्रैल से शुरू हुई गेहूं खरीद के दौरान किसानों से छह दिनों में 499 एमटी गेहंू की फसल की खरीद की गई है। 15 अप्रैल से गेहूं खरीद केंद्रों में किसानों से गेहूं की फसल खरीद का किसानों को अब तक सात करोड़ का भुगतान जारी किया गया है। प्रदेश में किसानों से गेहूं खरीदने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा प्रदेश में 11 गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं। किसान को गेहूं की फसल बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवा रहे हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर धड़ाधड़ पोर्टल बुक हो रहे हैं।
प्रदेशभर में बनाए गए गेहूं खरीद केंद्रों में फसल बेचने के लिए बुधवार शाम तक 2139 किसानों ने खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाया गया। बुधवार शाम तक तक किसानों को 870 टोकन नंबर जारी किए गए हैं। प्रदेश में गेहूं खरीद के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा कांगड़ा में तीन, ऊना में दो, बिलासपुर में एक, सोलन में दो और सिरमौर जिला में तीन गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं। गेहूं खरीद केंद्रों पर फसल की गुणवत्ता के आधार पर फसल का भुगतान किया जाएगा। प्रदेश के किसान खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के बाद किसानों को गेहूं की फसल बेचने के लिए टोकन नंबर और तिथि बताई जाएगी। पोर्टल पर बताई गई तिथि के अनुसार किसान गेहूं खरीद केंद्र में जाकर टोकन नंबर के साथ अपनी फसल बेच पाएंगे।
एक मोबाइल नंबर पर एक ही पंजीकरण संभव है। गेहूं की फसल बेचने का भुगतान विभाग द्वारा किसानों के खाते में ही किया जाएगा। खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक केसी चमन ने बताया कि प्रदेश में बनाए गए 11 गेहूं खरीद केंद्रों में किसानों से गेहूं की फसल को खरीदने के बाद अब तक किसानों को सात करोड़ का भुगतान एफसीआई की ओर से किया है।
उन्होंने बताया कि विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करवाने के बाद फसल बेचने के लिए किसानों को टोकन नंबर और फसल बेचने की तिथि बताई जा रही है। बुधवार शाम तक 499 एमटी गेहूं की फसल की खरीद की गई है।