जुबान ऐसी फिसली की इस्तीफे के साथ हुआ तीरथ का अंत
यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 03-07-2021
भाजपा के वरिष्ठ नेता तीरथ सिंह रावत को जिस उम्मीद से राज्य की कमान सौंपी गई थी। शायद, वह केंद्रीय नेतृत्व की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके। कभी अपने विवादित बयानों को लेकर तो कभी अन्य निर्णयों को लेकर।
115 दिन सत्ता में रहते हुए सात बार उनकी जुबान ऐसे फिसली की, वह खुद ही सत्ता से फिसल गए। वैसे तो उनकी सादगी के बहुत किस्से हैं। जिसकी तारीफ भी होती रहती है। जो भी उनके मिलने जाता था, वह सहज ही उपलब्ध रहते थे, लेकिन मंचों में भाषण देते समय उनकी जब कब फिसल जाती थी।
इसका अंदाजा उन्हें भी नहीं हो पाता था। इन्हीं अटपटे बयानों को लेकर पार्टी ही असहज हो जाती थी। महिला की फटी जींस को देखकर हैरानी होती है , इससे समाज में क्या संदेश जाएगा? कोरोना के चरम पर होने के दौरान कहा था, कुंभ में सब लोग बेरोकटोक आ सकेंगे।
यह भी कहा था की हमें अमेरिका ने गुलाम बनाया। समय पर अपने बच्चे तो पैदा किए नहीं, जिनके 20 है, उन्हें ज्यादा राशन तो मिलेगा ही। कुंभ मेला बनारस में भी होता है। आजादी के बाद पहली बार चीनी मुफ्त मिलेगी और उत्तराखंड के युवाओं को ऑक्सीजन मिल रही है।