यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 10-03-2022
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर श्री साईं अस्पताल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नारी शक्ति को समर्पित इस कार्यक्रम में श्री साई ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल दवारा जीवन में कठिन परिस्थियों में भी हार ना मानने वाली दो महिलाओं का चयन कर उन्हें विशेष सम्मान से सम्मानित किया। इसके साथ साथ कार्यक्रम में अस्पताल में सभी महिला कर्मचारिओं को प्रशस्तिपत्र दे कर सम्मानित किया गया। इस कार्यकर्म में भाजपा महिला मोर्चा की जिला सचिव पूजा तोमर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इनमे श्री साई अस्पताल में कार्यरत ओटी टेक्निशन कुमारी संदीपा है, जो पिछले 15 सालों से श्री साई ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स में बतौर ओटी टेक्निशन श्री साई में अपनी सेवाएं दे रहीं है।
कुमारी संदीपा ने स्वास्थ्यकर्मी के पेशे को चुन कर मानव सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया। अपने सेवा काल में संदीपा ने बहुत से मरीजों की जान बचाने में सहायता की । कभी कभी मुश्किल परिस्थिति में संदीपा ने अकेले ही मरीज की जान बचाई है। ओटी टेक्नीशियन कुमारी संदीपा ने बताया की स्वास्थ्यकर्मी का प्रोफेशन मिलने पर वो खुद को बहुत भाग्यशाली समझती है। इनके साथ दूसरी महिला है सारिका नारंग ने कोविड काल में परिवार के साथ मजबूती से हर मुश्किल का सामना दृढ़ता से किया और परिवार को भी टूटने नहीं दिया।
परिवार की ढाल बनी सारिका ने बताया की ज़िंदगी में किसी भी प्रकार की मुश्किल क्यों न आएं हमे कभी भी नकारात्मक सोच को अपने अंदर नहीं पनपने देना है। यदि आप सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति है तो जीवन में कभी हार नहीं सकते। सारिका ने बताया की हमें सबसे पहले खुद पर विश्वास होना चाहिए और एक आत्मविश्वासी महिला जीवन के हर मुश्किल दौर को पार कर सकती है। दो बार कोविड आने पर उनका पूरा जीवन बदल गया। लेकिन उसके बावजूद भी वो हारी नहीं और नहीं परिवार के किसी सदस्य को टूटने दिया।
कार्यक्रम की मुख्यातिथि पूजा तोमर ने सभी महिलाओं का मार्गदर्शन किया। जीवन में आने वाली कठीनाइयों का डट कर मुकाबला करने के लिए होंसला बढ़ाया। उन्हें कहा की एक स्त्री अगर ठान लें तो जीवन के मुश्किल से मुश्किल हालातों को पार कर अपने दम पर अपनी पहचान बना लेती है और हर महिला को मजबूत बनना चाहिए ।
श्री साई अस्पताल के निदेशक डॉ. दिनेश बेदी ने सभी महिला सटाफ को महिला दिवस की बधाई दी और कहा की स्त्री की तुलना देवी से की जाती है जिस प्रकार देवी के स्वरुप में देवी के कई हाथ दिखाए जाते हैं उसी प्रकार हर स्त्री एक साथ बहुत से काम करती है। उन्होंने कहा की हर महिला को निडरता से आगे बढ़ना चाहिए और कभी भी खुद को किसी से कम नहीं आंकना चाहिए।