डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में स्टाफ की कमी से स्वास्थ्य सुविधाओं का सूरत-ए- हाल.

सिरमौर में डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद भी लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आज भी दर-दर भटकना पड़ रहा है। वजह चाहे स्टाफ की कमी हो या फिर इंफ्रास्ट्रक्चर की

डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में स्टाफ की कमी से स्वास्थ्य सुविधाओं का सूरत-ए- हाल.

समाधान ना होने पर आम आदमी पार्टी ने दी धरना प्रदर्शन की चेतावनी,

विशेषज्ञों की कमी के कारण दी जाती है अल्ट्रासाउंड की लंबी डेट,

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन      29-09-2022

सिरमौर में डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद भी लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आज भी दर-दर भटकना पड़ रहा है। वजह चाहे स्टाफ की कमी हो या फिर इंफ्रास्ट्रक्चर की। वही आम आदमी पार्टी ने भी अब स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सवाल उठाए हैं और सुविधाएं दुरुस्त न होने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है

आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर  मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एसके कौशिक को ज्ञापन भी सौंपा है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि डॉ वाईएस परमार में सीसीटीवी कैमरा पर भारी-भरकम पैसा खर्च किया गया है जो कि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने में लगाया जाना चाहिए था। 

आम आदमी पार्टी के लोगों का कहना है कि यदि आचार संहिता लगने से पहले यहां स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार नहीं किया गया तो आम आदमी पार्टी धरना प्रदर्शन पर बैठेगी।

सुनील का कहना है कि भाजपा सरकार डबल इंजन की सरकार होने का दावा करती है परंतु डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में ना तो इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह से है और ना ही डॉक्टर। उनका कहना है कि सरकार ने यहां मेडिकल कॉलेज तो खोल दिया परंतु यहां ना तो रोटी की सुविधा है और ना ही आईसीयू की।  

यहां पांचों विधानसभा क्षेत्र से लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं परंतु सुविधाएं ना मिलने की सूरत में उन्हें यहां से या तो पीजीआई या फिर रीजेंसी शिमला रेफर कर दिया जाता है। जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।

वही आम आदमी पार्टी के एक अन्य सदस्य विनोद कुमार का कहना है कि यहां सबसे ज्यादा गायनी ओपीडी होती है और चिकित्सकों की कमी और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण मरीजों को या तो अगले दिन का इंतजार करना पड़ता है और या फिर बिना इलाज करवाया वापस घर लौटना पड़ता है। 

उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज नाहन में एकमात्र अल्ट्रासाउंड की मशीन होने की वजह से लोगों को लंबी लंबी अल्ट्रासाउंड के लिए डेट दी जा रही है। जो कि सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल खड़ा करता है।

मेडिकल कॉलेज नाहन के प्रधानाचार्य डॉक्टर एसके कौशिक का कहना है कि प्रसूति विभाग में अल्ट्रासाउंड एक निर्धारित समय पर ही होता है परंतु मरीजों को इसके बारे में उचित जानकारी ना होने के चलते मरीजों के मन में एक गलतफहमी पैदा हो जाती है।

डॉ श्याम का कहना है कि जल्द ही यहां एक और अल्ट्रासाउंड मशीन लगाई जा रही जिसके बाद लोगों की देरी से होने वाले अल्ट्रासाउंड की शिकायत भी दूर हो जाएगी।