यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 09-02-2022
छठे वेतन आयोग की वेतन विसंगतियों के विरोध में अब वेटनरी डॉक्टर भी आंदोलन करेंगे। वे डॉक्टरों की सभी श्रेणी के संयुक्त मोर्चा का हिस्सा हैं। इनमें एलोपैथी, आयुर्वेद से लेकर अन्य श्रेणियां शामिल हैं। 10 फरवरी से लेकर 17 फरवरी तक पेन डाउन स्ट्राइक करेंगे। यह आंदोलन का पहला चरण होगा। फिर भी सरकार ने मांगे न मानी तो मास कैजुअल लीव पर जाएंगे। तब भी पक्ष में फैसला न आया तो अगला कड़ा कदम उठाएंगे।
हिमाचल प्रदेश पशु चिकित्सक संघ के प्रदेश महासचिव डॉक्टर मधुर गुप्ता ने बताया सभी डॉक्टरों के साथ वेतन विसंगतियां सामने आई हैं। चार प्रमुख बिंदुओं पर संघ संयुक्त मोर्चा के साथ खड़ा है। वेटनरी डॉक्टरों का उच्चतर वेतनमान पंजाब में 2 लाख 37 हजार है तो हिमाचल ने इसे 2 लाख 18 हजार पर फ्रीज कर दिया है। पंजाब पैटर्न से कम क्यों किया गया, इस पर रोष व्याप्त है। दूसरा, 31 दिसंबर 2015 में बेसिक पे कम बढ़ाई गई। हरेक डॉक्टर को दस से बीस हजार तक कम बेसिक पे बनाई गई।
अब मौजूदा सरकार ने 3 जनवरी केबाद डायनेमिक एश्योर्ड करियर एश्योरेंस स्कीम बंद कर दी है। इसे बहाल किया जाए। चौथा अनुबंध पर कार्यरत डॉक्टरों को न्यूनतम बेसिक पे दी जाए न कि उन्हें बेसिक पे का 60 फीसद पर फिक्स किया जाए। इससे डॉक्टरों की तनख्वाह कम हो रही है।
उन्होंने कहा डॉक्टर ने पंजाब में भी संयुक्त तौर पर हितों की लड़ाई लड़ी थी, अब हिमाचल में भी मिलकर लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार उनकी मांगों को जरूर मान लेगी।