धोखाधड़ी : सांसद के नाम पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर सात लोगों से ठगे 22 लाख
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 06-08-2020
वन विभाग में फोरेस्ट गार्ड की नौकरी का झांसा देकर एक शातिर ने छह लोगों से 22 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी ने खुद को केंद्रीय वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर का करीबी बताया और बेरोजगारों को अपने झांसे में ले लिया। उसके बाद सभी से ऑनलाइन पैसे मांगे।
मंडी, कुल्लू, सोलन और हरियाणा के युवकों ने आरोपी के खाते में पैसे भी ट्रांसफर कर दिए। नौकरी न मिलने पर बेरोजगारों ने पैसे वापस मांगे तो उन्हें फ्रॉड चेक थमा दिए। धोखाधड़ी के शिकार एक युवक ने मामले की शिकायत बीएसएल थाने में कर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मंडी के करसोग के निहरी क्षेत्र के कमांद गांव के जितेंद्र कुमार ने शिकायत में बताया कि आरोपी तहसील करसोग का रहने वाला है। आरोपी ने बीते वर्ष अक्तूबर में उन्हें केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ नजदीकी संबंध होने की बात बताई और उन्हें वन विभाग में नौकरी का झांसा देकर पैसे ऐंठ लिए, लेकिन न उन्हें नौकरी मिली और न आरोपी ने पैसे लौटाए।
जब उससे पैसे लौटाने को कहते हैं तो वह जान से मारने की धमकी भी देता है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने बीते 9 अक्तूबर को हिमाचल ग्रामीण बैंक रोहांडा से आरोपी के पीएनबी करसोग के खाते में एक लाख 20 हजार, 17 अक्तूबर को 55 हजार, 25 अक्तूबर को 52 हजार और 7 नवंबर को 20 हजार रुपये नेफ्ट के माध्यम से डाले।
इसके अलावा उन्होंने आरोपी मोहन लाल को 27 मार्च, 2020 को 20 हजार पेटीएम और 12 लाख रुपये कैश दिए। इस प्रकार उन्होंने आरोपी को 14 लाख 70 हजार रुपये दिए हैं।
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी ने आशीष निवासी जींद, हरियाणा (कैशियर हिमाचल ग्रामीण बैंक शाखा रोहांडा), महेंद्र कुमार निवासी मांहूनाग और करताप सिंह निवासी द्रंग (मंडी), शेर सिंह निवासी निरमंड (कुल्लू), सीता राम और मदन लाल निवासी कसौली (सोलन) से भी नौकरी दिलवाने को 7 लाख 20 हजार रुपये ऐंठे हैं।
डीएसपी सुंदरनगर गुरवचन सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता ने नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने बताया है कि अपनी जमीन गिरवी रखकर उसने पैसे दिए हैं। आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।