निजी बस संचालकों की दो टूक, मांगें नहीं मानीं तो जारी रहेगी हड़ताल
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 09-06-2021
कोरोना संकट के बीच हिमाचल प्रदेश सरकार आफतें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. निजी बस संचालकों का कहना है कि सरकार ने अगर उनकी मांगे नहीं मानीं, तो वह हड़ताल जारी रखेंगे।
निजी बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल का कहना है कि सरकार द्वारा बार-बार उनसे वायदे तो किए जा रहे हैं, लेकिन उन वादों पर को अमलीजामा नहीं पहनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के बीच निजी बस संचालक बहुत बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें कोई राहत नहीं दी गई। निजी बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव ने मांग की है कि प्रदेश सरकार उनके स्पेशल रोड टैक्स और टोकन टैक्स को माफ करे।
उन्होंने कहा कि सरकार निजी बस संचालकों से डीजल, स्पेयर पार्ट और बस से जुड़ी अन्य चीजों से करीब साढ़े तीन अरब की कमाई करते हैं और निजी बस संचालक केवल 40 करोड़ का टैक्स माफ करने की बात कर रहे हैं।
ऐसे में फैसला सरकार को करना है कि सरकार टैक्स माफ करना चाहती है या अपनी कमाई को खत्म करना चाहती है।
निजी बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल ने कहा कि प्रदेश के परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर से मुलाकात के बाद उन्हें आश्वासन मिला है, लेकिन अभी तक आश्वासन से आगे बढ़कर कुछ होता हुआ नजर नहीं आ रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के टैक्सी व संचालक 4 मई से हड़ताल में पर हैं। अगर प्रदेश सरकार उनकी मांग नहीं मानती है, तो आने वाले समय सभी बस ऑपरेटर वर्चुअल बैठक के जरिए हड़ताल की रूपरेखा तय करेंगे। यह भी स्पष्ट किया कि अगर प्रदेश सरकार की बात नहीं मानती है, तो हड़ताल जारी रखना तय है।