निजी विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां बेचने के लिए शातिरों ने बनाई फर्जी वेबसाइट

निजी विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां बेचने के लिए शातिरों ने बनाई फर्जी वेबसाइट

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   04-02-2021

मानव भारती विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्रियों का मामला सामने आने के बाद अब निजी विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां बेचने के लिए शातिरों ने फर्जी वेबसाइट तक बना दी हैं। 

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के एक निजी विवि की फर्जी वेबसाइट बनाने का ऐसा ही मामला सामने आया है। निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने पुलिस को इस बाबत सूचित कर दिया है। 

नियामक आयोग के स्तर पर हुई पड़ताल में पता चला है कि दिल्ली, बंगलूरू और अंबाला से एजेंट दो से तीन माह में डिग्रियां देने के दावे कर रहे हैं।

युवाओं से लाखों रुपये की मांग की जा रही है। फर्जी वेबसाइट और फर्जी ई-मेल आईडी से यह गोरखधंधा किया जा रहा है। 

आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल सेवानिवृत्त अतुल कौशिक ने विद्यार्थियों से अपील की है कि अगर कोई डिग्री देने को कहे तो आयोग या पुलिस को तुरंत इसकी सूचना दी जाए। उन्होंने विद्यार्थियों से डिग्री लेने के लिए गलत रास्ते न अपनाने को कहा है।

सोलन जिले में कई निजी विश्वविद्यालय खोले गए हैं। उच्च शिक्षा लेने के लिए प्रदेश सहित अन्य राज्यों के कई विद्यार्थियों ने यहां दाखिले लिए हैं। इन विवि के नाम पर शातिरों ने अब फर्जी वेबसाइट बनाकर फर्जी डिग्रियां देने का खेल शुरू कर दिया है। 

बीते दिनों एक विवि के नाम चल रही फर्जी वेबसाइट का खुलासा हुआ था। विवि प्रबंधन ने मामले की जानकारी नियामक आयोग में दी। आयोग ने मामले की प्रारंभिक पड़ताल कर पुलिस को सूचना दे दी है। 

अब जल्द इस फर्जीवाड़े में पुलिस मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू करेगी। कुछ दिन पहले ही सोलन जिले के एक निजी विश्वविद्यालय की फर्जी मार्क्सशीट मिली है। 

नियामक आयोग और विवि प्रबंधन ने इस मामले की सूचना भी पुलिस को दी है। फर्जी डिग्रियां देने के लिए बनाई फर्जी वेबसाइट सामने आने से निजी विश्वविद्यालयों की साख दांव पर लग गई है।