नौनिहालों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सराबोर हुए दर्शक, रागरंग कार्यक्रम से बांधा समां  

जिला सिरमौर के नाहन स्थित शहर के नामी स्कूलों में शुमार माइंड ट्री स्कूल में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के नन्हें छात्रों की प्रतिभा ने जबरदस्त समां बांधा

नौनिहालों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सराबोर हुए दर्शक, रागरंग कार्यक्रम से बांधा समां  

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन    04-02-2023

जिला सिरमौर के नाहन स्थित शहर के नामी स्कूलों में शुमार माइंड ट्री स्कूल में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के नन्हें छात्रों की प्रतिभा ने जबरदस्त समां बांधा। स्कूल के पहली व दूसरी कक्षा के छात्रों ने भारत की समृद्ध लोक संस्कृति की आकर्षक छटा बिखेरी। लोक साहित्य के थीम पर क्लचरल सागा को दो हिस्सों में विभाजित किया गया। 

इस दौरान चौथी व पांचवीं कक्षा के छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गई देशभक्ति से ओत-प्रोत पेशकश ने तो हरेक दर्शक को दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया। प्राइमरी स्तर की कक्षाओं का कोई भी छात्र ऐसा नहीं था जो कार्यक्रमों का हिस्सा न हो। कश्मीर से कन्याकुमारी तक की संस्कृति की झलक एक मंच पर उतर आई थी। नन्हें बच्चे अलग-अलग राज्यों के सांस्कृतिक परिधानों में बेहद ही क्यूट लग रहे थे। 

शानदार कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल का स्टाफ तकरीबन दो महीने से मेहनत कर रहा था। खास बात यह भी थी कि हरेक प्रस्तुति से पूर्व मंच संचालन भी नन्हे बच्चे ही संभाल रहे थे। कार्यक्रम के अंतिम दूसरे हिस्से में दूसरी कक्षा के छात्रों ने देश की समृद्ध संस्कृति को सतरंगी बना दिया। बेहद ही शानदार तरीके से कार्यक्रम को योजनाबद्ध तरीके से अभिभावकों के समक्ष रखा गया। 

स्कूल प्रबंधन का तर्क है कि हरेक बच्चे में प्रतिभा होती है केवल इसे निखारने की आवश्यकता पड़ती है। हरेक कक्षा के हरेक छात्र की भागीदारी को सुनिश्चित किया गया था। क्लचरल सागा के पहले सत्र में जाने-माने शिक्षाविद व समाजसेवी प्रो. अमर सिंह चौहान ने विशेष अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया, जबकि दूसरे सत्र में शिक्षाविद डॉ. सुरेश जोशी पहुंचे थे। 

स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमैन सुभाष बंसल ने भी नन्हें बच्चों का हौसला बढ़ाया। गौरतलब है कि स्कूल परिसर में प्राइमरी स्तर के छात्रों के लिए पहली बार कार्यक्रम आयोजित हुआ, क्योंकि वैश्विक महामारी के कारण तमाम कार्यक्रम स्थगित हुए थे।