निरिक्षण करने आई विश्व बैंक की टीम के सामने खुली एनएच 707 के निर्माण की पोल , कीचड़ के धंसी पिकअप
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर किस प्रकार से निर्माणाधीन कंपनियां कार्य कर रही है इसका निरीक्षण करने इन दिनों विश्व बैंक और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार का एक संयुक्त दल दौरे पर है
यंगवार्ता न्यूज़ - शिलाई 19-08-2022
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर किस प्रकार से निर्माणाधीन कंपनियां कार्य कर रही है इसका निरीक्षण करने इन दिनों विश्व बैंक और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार का एक संयुक्त दल दौरे पर है। नेशनल हाईवे में किस प्रकार से कार्य हो रहा है इस बात की पोल उस समय खुली जब इस दल के समक्ष ही एक पिकअप कीचड़ में इस कदर धस गई कि उसको निकालने के लिए लोगों को धक्का लगाना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक यह वाकया नेशनल हाईवे 707 पर उस समय पेश आया जब विश्व बैंक और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के संयुक्त टीम निरीक्षण कर रही थी। जब सेब से लदी पिकअप कीचड़ में फंसी तो टीम के साथ मौजूद हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में निर्माण कर रही कंपनी के कर्मचारियों ने जैसे कैसे धक्का मारकर कीचड़ में फंसी पिकअप को किनारे लगाया।
बताते हैं कि इस दौरान विश्व बैंक और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की टीम ने अधिकारियों को खूब लताड़ लगाई। पिकअप को धक्का मारने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है , जिसमें लोग अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह तो केवल एक छोटा सा वाकया है , लेकिन वास्तविकता इसके एकदम विपरीत है।
पावटा से रोनहाट तक सफर करने वाले लोगों का कहना है कि अक्सर नेशनल हाईवे पर भूस्खलन और सुरक्षा दीवारें गिरने से रोड बंद हो जाते हैं जिसके चलते लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। कई लोगों द्वारा तो निजी कंपनियों और अधिकारियों के बीच कथित तौर पर मिलीभगत के आरोप भी लगाए जा रहे है।
बताते चलें कि बीते वीरवार को जब ये वाकया पेश आया तो वर्ल्ड बैंक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली नेहा व्यास और हिमाचल प्रदेश में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के क्षेत्रीय अधिकारी वरुण अग्रवाल और राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के परियोजना निदेशक विवेक पांचाल सहित कई अन्य आलाधिकारियों का एक विशेष दल सड़क सुरक्षा के निरीक्षण के लिए यहाँ पहुँचा था। जिन्होंने इस घटना पर कड़ा संज्ञान लेकर अपने उच्चाधिकारियों को आगामी कार्यवाही के लिए निरीक्षण की विस्तृत रिपोर्ट भेजी है।