यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर 05-06-2023
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज हमीरपुर जिला प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विकास की कोई सीमा नहीं होती है। यह एक सतत प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिले भौगोलिक दृष्टि से छोटा जिला है लेकिन इसके विकास के अनेक आयाम स्थापित किए हैं। उन्होंने विकास योजनाओं की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि लगभग सभी विभागों को कार्य अच्छे तरीके से चल रहा है। राज्यपाल ने कहा कि प्रशासन तंत्र का आधार अधिकारी ही होते हैं, जो योजनाओं को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करते हैं। उन्होंने कहा कि वह पहली बार जिला के दौरे पर आए हैं और विकास की दृष्टि से यहां बहुत काम हुआ है, जो सबके सतत प्रयास से संभव हो पाया है। इसे वीर भूमि भी कहा जाता है और यहां की चर्चा प्रदेश से बाहर भी होती है।
शिक्षा, सड़क, जलापूर्ति इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों की उपलब्धियां उल्लेखनीय हैं। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने विभागों में कम से कम एक व्यक्ति को निक्ष्य-मित्र बनकर अपनाएं। उन्होंने कहा कि टी.बी. उन्मूलन को अभियान के तौर पर लिया जाना चाहिए और विशेषकर शिक्षा तथा पंचायतों को जागरूकता के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने युवाओं में बढ़ते नशे पर रोग लगाने के लिए मिलकर कार्य करने की अपील की। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना के अंतर्गत पिछले वित्त वर्ष में जिले के 13.746 हजार लोगों के मुफ्त इलाज पर 16.़ 36 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसी प्रकार आयुष्मान भारत योजना के 3568 लाभार्थियों पर 2.83 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। शुक्ल ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ युवाओं को कौशल विकास की ओर आगे बढ़ाना चाहिए ताकि स्वरोजगार के साथ-साथ निजी क्षेत्र में रोजगार के उन्हें अधिक अवसर मिल सके।
उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान मनरेगा के तहत विभिन्न विकास कार्यों पर कुल 69 करोड़ रुपये खर्च किए गए। वहीं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से जिले में 628 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया और इन्हें 4.38 करोड़ रुपये के ऋण उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को समृद्ध करने की आवश्यकता है जिसके लिए उन्हें बाजार व्यवस्था तथा उत्पाद की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नत की बात है कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जिले की सभी 248 ग्राम पंचायतें खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चुका हैं और अब इन पंचायतों में ठोस एवं तरल अवशिष्ट प्रबंधन के कार्य भी तेजी से करवाए जा रहे हैं। जिले में 250 से अधिक आबादी वाले सभी गांवों को सड़कों से जोड़ा जा चुका है।
जल जीवन मिशन के तहत हमीरपुर जिले में लगभग 99 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य हासिल किया जा चुका है। उन्होंने उपायुक्त के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम की पीठ थपथपाई तथा कहा कि श्रेष्ठता का स्तर बनाए रखना ज्यादा चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विकास की यह रफ्तार बनी रहनी चाहिए ताकि यह जिला देश में विकास की मिसाल बनकर उभरे। इस अवसर पर, उपायुक्त हेमराज बैरवा ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा जिले में कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने संबंधित विभागों द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं से राज्यपाल को अवगत करवाया। पुलिस अधीक्षक डॉ. आकृति शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थीं, जिन्होंने नशे पर अपनी प्रस्तुति दी।