नशे के खिलाफ लामबंद हुए ग्रामीण , महापंचायत में सरकार को दी चेतावनी जानिए
वाकनाघाट समेत आसपास के क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर शराब के ठेके खोलने और चिट्टे के कारोबार का मकड़जाल गांवों तक पहुंचने के खिलाफ ग्रामीण लामबंद होने लगे हैं। ग्रामीणों ने रविवार को महापंचायत का आयोजन कर नशे के खिलाफ मोर्चा खोलने की हुंकार भरी। महापंचायत में कई पंचायतों के लोग जुटे
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 10-04-2023
वाकनाघाट समेत आसपास के क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर शराब के ठेके खोलने और चिट्टे के कारोबार का मकड़जाल गांवों तक पहुंचने के खिलाफ ग्रामीण लामबंद होने लगे हैं। ग्रामीणों ने रविवार को महापंचायत का आयोजन कर नशे के खिलाफ मोर्चा खोलने की हुंकार भरी। महापंचायत में कई पंचायतों के लोग जुटे। इस दौरान प्रशासन को नशे की रोकथाम के लिए ठोस कार्रवाई न होने पर बड़ा जनांदोलन चलाने की चेतावनी भी दी गई।
महापंचायत में वाकनाघाट क्षेत्र में सार्वजनिक स्थान पर खोले गए शराब ठेके को शिफ्ट करने सहित क्षेत्र में फैल रहे चिट्टे के कारोबार की गहराती समस्या पर विचार-विमर्श किया गया। ग्रामीणों ने अवैध नशे के कारोबार को रोकने के लिए जन जागरूकता हस्ताक्षर अभियान भी शुरू करने पर जोर दिया। महापंचायत में वक्ताओं ने कहा कि गांवों में भी नशा युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है। पहले शहरों में नशे का अधिक बोलबाला था, लेकिन अब ग्रामीण युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
क्षेत्र में जब से बड़े-बड़े शिक्षण संस्थान खुले हैं तब से ही नशे का मकड़जाल बढ़ता ही जा रहा है। जनवादी महिला समिति के पूर्व राज्य अध्यक्ष संतोष कपूर ने कहा कि शराब ठेके को शिफ्ट करने के लिए प्रशासन से पहले भी मांग की गई थी। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले में अब 18 मई को ग्रामीणों की ओर से बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
देवभूमि सवर्ण संगठन के प्रदेशाध्यक्ष मदन ठाकुर ने कहा कि नशे के खिलाफ मोर्चे के लिए महिला शक्ति को भी आगे आना होगा। बच्चों और युवाओं को नशे से बचाने के लिए सबको एकजुट होकर चलना पड़ेगा। इस मौके पर विश्वजीत वर्मा, एनडी रनोट, किसान सभा के जिला अध्यक्ष प्यारेलाल वर्मा, ग्रामीण विकास समिति की प्रधान नीलम राणा सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।