प्रदेश में सेब सीजन के लिए बाहरी राज्यों से पहुंचे करीब 100 मजदूर
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 11-07-2020
कोरोना संकट के कारण जिला की दो बड़ी मंडियों सोलन और परवाणू में सेब सीजन प्रभावित न हो इसके लिए मार्केटिंग कमेटी ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। मजदूरों की समस्या हरने की आशंका थी,लेकिन बाहरी राज्यों से मजदूर पहुंच रहे हैं।
करीब 100 मजदूर सोलन मंडी में पहुंच गए हैं। यह मजदूर जम्मू-कश्मीर, उतर प्रदेश और बिहार से आए हैं। इन्हें सेब मंडी में ही पीछे की और शैडों में क्वांरटाइन किया गया है। अभी और मजदूर भी आने हैं। सोलन में 20 जुलाई के बाद सेब सीजन रफ्तार पकड़ने लगेगा।
सोलन सेब मंडी में इस बार भी अस्थाई शैडों में ही कारोबार हो रहा है। मार्केटिंग कमेटी ने सोलन सब्जी मंडी के सामने स्टील का स्ट्रक्चर तैयार करने की प्रपोजल सरकार को भेजा था, लेकिन कोरोना संकट के कारण यह प्रक्रिया रुक गई और इस बार टीन के अस्थाई शैडों में ही कारोबार करना पड़ेगा।
इन शैडों के पीछे ही मजदूरों को रखने की व्यवस्था भी की गई है। पहले आढ़ती अपने मजदूरों को किराये के कमरों में रखते थे और सीजन के बाद मजदूरों के लौटने पर कमरे भी खाली कर देते थे। इस बार कोरोना संकट के कारण बाहरी राज्यों से आए मजदूरों को मंडी में ही शैडों में रखा जा रहा है।
परवाणू में सेब सीजन के दौरान जहाँ तहां फेंके जाने वाले रोटन एप्पल को ठिकाने लगाने की समय रहते व्यवस्था करवाने के लिए नगर परिषद परवाणू ने सहायक आयुक्त परवाणू डॉ विक्रमजीत सिंह को पत्र भेजा है।
पत्र में सेब सीजन से पहले गले सड़े सेबों को डिस्पोज ऑफ करने के लिए उपयुक्त व्यवस्था करवाने की गुहार लगाईं गई है ताकि सेब सीजन के दौरान लोगो को गंदगी व दुर्गन्ध से मुश्किलों का सामना ना करना पड़े।
जिला प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि बाहरी राज्यों से आए मजदूरों को पहले निर्धारित समय तक शैडों में क्वांरटाइन किया जाएगा।
उसके बाद भी वे सीधे तौर पर सेब बेचने आने वाले बागबानों से संपर्क में नहीं आएंगे। ऐसा एहतियात के तौर पर किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग को इन मजदूरों का रेंडम कोरोना टैस्ट करवाने को भी कहा गया है। अभी तक करीब 100 मजदूर पहुंचे हैं। यहां सीजन में करीब 300 मजदूर काम करते हैं।से ज्यादा सेब आता है।
कृषि उपज एंव विपणन समिति के अधीन आने वाली सोलन और परवाणू की सेब मंडियों में पिछले कुछ साल से करीब 350 करोड़ रुपए का कारोबार हो रहा है।
पिछले साल अकेले सोलन मंडी में करीब20 लाख सेब की पेटियां पहुंची थी। जबकि यहां अभी सेब मंडी टीन के शैड बना कर चलती है। सोलन सेब मंडी टीन के शैड में चलने के बावजूद पिछले भी यहां करीब 20 लाख पेटियां पहुंची थीं।