प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आया राम मंदिर बनने का ऐतिहासिक क्षण : सुरेश कश्यप
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 05-08-2020
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा इस ऐतिहासिक क्षण का श्रेय निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। उन्होंने कहा 2014 में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के बनने के बाद से केंद्र सरकार लगातार श्री राम मंदिर पर जल्द से जल्द संवैधानिक तरीके से फैसला लाने के लिए कृतसंकल्पित रही और अदालत में अपना पक्ष भी रखा , केंद्र सरकार की ओर से कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सुप्रीम कोर्ट में सरकार का मजबूती से पक्ष रखा और अपील की कि राममंदिर निर्माण के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया जाना चाहिए ।
उन्होंने कहा साथ ही कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि राम जन्मभूमि - बाबरी मस्जिद विवाद की सुनवाई कोर्ट में रोजाना आधार पर हो ताकि इस मुद्दे का समाधान जल्द निकले , श्रीराम जन्मभूमि भारतीयता की प्रतीक है जो भारत की सांस्कृतिक एकता और धरोहर को परिलक्षित करती है।
उन्होंने कहा श्री राम सबके हैं , मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम एक आदर्श हैं जो भारत की मूल अवधारणा है , यह हमारी सांस्कृतिक स्वतंत्रता का प्रथम दिवस भी है। उन्होंने कहा अयोध्या की पुण्य भूमि हमारे सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के दिव्य दर्शन का केंद्रबिंदु भी होगी।
भगवान् राम ने समस्त सृष्टि को एकरूप मानने का आदर्श स्थापित किया था जहां जाति - पाति , धर्म - संप्रदाय , ऊँच - नीच का तनिक भी भेदभाव न था , राम के लिए गुरु वशिष्ठ आदरणीय थे तो निषादराज उनके परम मित्र ।
उन्होंने कहा इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार , संघ , संघ के सभी आनुषांगिक संगठनों एवं लाखों साधु संतों को हृदय से धन्यवाद । उन्होंने कहा हमें इसे राष्ट्रीय एकता के प्रतीक चिन्ह के रूप में प्रतिष्ठित करना है , श्री कामेश्वर चौपाल ( दलित ) ने नींव रखी।
भूमि पूजन कार्यक्रम में भी सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है , भूमि पूजन में पक्षकार इकबाल अंसारी सहित मुस्लिम समाज के लोगों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा मेहमानों की सूची में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जफर फारुखी , अयोध्या के समाजसेवी पद्म श्री मोहम्मद शरीफ , बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी के नाम भी शामिल हैं ।
भूमि पूजन के कार्यक्रम के लिए सभी धर्मों , पंथों , सनातन धर्म के शंकराचार्यों के अलावा सूफी संप्रदायों के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया । इनमें ईसाई , जैन , सिख , मुस्लिम , बौद्ध धर्म के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया।
उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी देश की जनता का भी नमन करती है जिन्होंने एकजुट होकर देश के सामाजिक , सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ताने बाने को अक्षुण्ण रखा है । इससे यह स्पष्ट संदेश गया है कि संपूर्ण भारत एकजुट है एवं भारत में लोकतंत्र की जड़ें बहुत मजबूत हैं।