यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 04-06-2021
हिमाचल कांग्रेस के भीतर पोस्टर विवाद के बाद वीरभद्र समर्थक कुछ नेता सक्रिय हो गए हैं और अब इन्होंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश के भीतर इन नेताओं की बैठकों का दौर चला हुआ है और देर-सवेर मामला हाईकमान तक पहुंचाने की रणनीति बनाई गई है।
प्रदेश कांग्रेस के अंदर एक बार फिर से राजनीति गरमाने लगी है। राजधानी शिमला में गुरुवार को पहले तो नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर राजभवन में एक साथ राज्यपाल को ज्ञापन देने पहुंचे। उसके बाद डिनर डिप्लोमेसी के तहत नेता प्रतिपक्ष मुकेश सहित दो विधायकों और दो पूर्व मंत्रियों की गुप्त बैठक हुई।
सूत्रों से मालूम हुआ है कि इस बैठक में कुछ नेताओं ने तो पार्टी को मजबूत बनाने के लिए प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर को पद से हटाने तक की बात कर डाली। उन्होंने कहा कि पार्टी को वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सत्ता पर लाना है तो नए प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी की जाए।
दूसरा मुद्दा पूर्व मंत्री जीएस बाली के पोस्टर विवाद के इर्द-गिर्द घूमता रहा। पिछले दिनों ही ऊना में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने पहले दौर की बैठक विधायक आशा कुमारी और सुधीर शर्मा से की थी। इसके भी खूब चर्चे थे।
दूसरे दौर की बैठक में पूर्व मत्री और प्रदेशाध्यक्ष कौल सिंह सहित विधायक आशा कुमारी, पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा और एक अन्य विधायक शामिल रहे। पूर्व मंत्री कौल सिंह कहते हैं कि वह बहुत दिनों बाद शिमला आए हैं और मेल मुलाकात करनी है।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री कहते हैं कि आज विधानसभा की कमेटियों की बैठक थी। कांग्रेस विधायक पार्टी मजबूती को लेकर बैठकें करते रहते हैं। आज भी विपक्ष के लांज में विधायकों ने बैठक की। पूर्व मंत्री जीएस बाली बोले , मैं चंडीगढ़ में हूं। मुझे क्या रोकेंगे।
हाईकमान ने उनको जो दायित्व सौंपा है, उसे बखूबी निभा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर कहते हैं कि कोरोना काल में पार्टी एकजुट होकर लोगों की मदद में जुटी है। पार्टी को मजबूत बनाने के लिए वह अपना पूरा ध्यान केंद्रित किए हैं।