पहल : हिमाचल के बच्चों का बौद्धिक विकास करेंगे आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ 

पढ़ाई में कमजोर बच्चों का बौद्धिक विकास अब आइआइटी कानपुर करेगा। सदर मंडी एसडीएम रितिका जिंदल ने स्टार्टअप के तहत यह प्रोजेक्ट शुरू किया है

पहल : हिमाचल के बच्चों का बौद्धिक विकास करेंगे आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ 

 

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी  30-03-2022
 
पढ़ाई में कमजोर बच्चों का बौद्धिक विकास अब आइआइटी कानपुर करेगा। सदर मंडी एसडीएम रितिका जिंदल ने स्टार्टअप के तहत यह प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके तहत मंडी सदर के छठी से दसवीं तक के बच्चों का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए आनलाइन सर्वे किया जाएगा। इसमें कक्षा के स्तर पर विषयवार टेस्ट होंगे। उसके आधार पर कमजोर बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए आईआईटी प्रोग्राम तैयार करेगा। सदर में पांच हजार बच्चे हैं।
 
कोरोना काल के कारण भी कई बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ा है। एसडीएम ने अपने पंचायतों के दौरे के दौरान इस समस्या को देखा। इसके साथ उन्होंने स्टार्टअप के तहत ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। इसके तहत हुई स्क्रीनिंग में आइआइटी कानपुर के डॉक्टर एमके यादव के स्टार्टअप के तहत प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। इसमें बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता का विषयवार व कक्षा वार ऑनलाइन टेस्ट होगा। इसके बाद इसके परिणाम आइआइटी के विशेषज्ञ देखेंगे।
 
इसकी विद्यार्थियों के आधार पर एक रिपोर्ट बनेगी कि बच्चा किस स्तर पर कमजोर है। फिर आइआइटी विशेषज्ञ वीडियो, पीडीएफ फाइल्स या अन्य पढ़ाई से संबंधित सामग्री बच्चों को उपलब्ध करवाएंगे। इसमें यह देखा जाएगा कि बच्चा कितना सीखता है। इसके बाद भी एक टेस्ट होगा। बेसलाइन सर्वे अगले सप्ताह से आरंभ किया जा रहा है। विशेषज्ञ एमके यादव की टीम इसे लेगी। इसके लिए स्कूलों में बनी डिजिटल लाइब्रेरी में व्यवस्था होगी। एक दिन में एक कक्षा चुनी जाएगी। जिनको प्रश्न हल करने के लिए दिए जाएंगे। यह एक घंटे का टेस्ट होगा।
 
इसके बाद इसकी जो रिपोर्ट बनेगी वह सरकार व शिक्षा विभाग को भी दी जाएगी जहां ऑनलाइन व्यवस्था नहीं होगी वहीं ऑनलाइन टेस्ट होगा। एसडीएम सदर मंडी रितिका जिंदल का कहना है हमारे बच्चे किस स्तर पर कमजोर हैं। इसका पता लगाने के लिए आइआइटी कानपुर के जरिए बेसलाइन सर्वे करवाया जाएगा। कमजोर बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए उन्हें सामग्री दी जाएगी। हमारा उद्देश्य बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे लाना है।