फल सब्जी उत्पादक बागवानों को पहला पैकिंग-ग्रेडिंग सेंटर देगी सरकार
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-05-2021
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में सेब और अन्य फल उत्पादक बागवानों के लिए सरकार पहला पैकिंग और ग्रेडिंग सेंटर देगी। विश्व बैंक की 13.85 करोड़ की वित्तीय मदद से यह प्रोजेक्ट तैयार होगा।
सरकार किन्नौर के बागवानों के लिए पैकिंग-ग्रेडिंग सेंटर किन्नौर के पूह क्षेत्र में तैयार करेगी। इस सेंटर में आधुनिक मशीनें स्थापित की जा रही हैं। वर्तमान में जिला किन्नौर के बागवान हर साल लाखों पेटी सेब की पैदावार करते हैं।
किन्नौरी सेब की बाजार मांग भी काफी ज्यादा रहती है। सीजन में सेब की पैकिंग मजदूरों की मदद से की जाती है। सबसे बड़ी समस्या जिले में सेब की पैकिंग के लिए मजदूरों की उपलब्धता रहती है। पिछले साल भी मजदूरों का संकट बना हुआ था।
किन्नौर के सेब बागवानों को 56 सौ मीट्रिक टन क्षमता पैकिंग और ग्रेडिंग सेंटर में रहेगी। सरकारी स्तर पर अभी तक जिले में कोई भी बड़ा पैकिंग ग्रेडिंग सेंटर नहीं है। सेब की समय पर ग्रेडिंग और पैकिंग कर देश की विभिन्न मंडियों में बेचा जा सकेगा। किन्नौर का सेब देरी से तैयार होता है और इसे अधिक समय तक स्टोर कर सकते हैं।
एचपीएमसी के प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल ने कहा कि किन्नौर के पूह में 5600 मीट्रिक टन फलों की क्षमता वाला पैकिंग और ग्रेडिंग सेंटर तैयार किया जा रहा है। इससे बागवानों को कम समय में बेहतर सेवाएं दी जा सकेंगी।