फूलगोभी के लक्की ब्रांड बीज कंपनी को कृषि विभाग ने भेजा नोटिस

फूलगोभी के लक्की ब्रांड बीज कंपनी को कृषि विभाग ने भेजा नोटिस

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  11-08-2021

फूलगोभी का लक्की ब्रांड बीज खराब निकलने पर उप निदेशक कृषि विभाग शिमला ने कड़ा संज्ञान लिया है और लक्की सिजेन्टा हाईब्रिड कंपनी पूना महाराष्ट्र को नोटिस जारी करके जबाव मांगा गया है ।

जिसकी पुष्टि डिप्टी डॉयरेक्टर कृषि शिमला डॉ. अजब नेगी ने की है। इनके आग्रह पर डॉ. वाईएस परमार बागवानी विश्वविद्यालय नौणी के दो बीज विशेषज्ञों डॉ. डीडी शर्मा और डॉ. अमित विक्रम  ने मंगलवार को टीम के साथ क्षेत्र का दौरा किया तथा खेतों में जाकर मौके पर लक्की बीज से उत्पादित फूलगोभी के सैंपल लिए गए। जिसका मुआयना प्रयोगशाला में किया जाएगा।

गौर हो कसुंपटी निर्वाचन के गांव देहना, चियोग, नाला, धरेच, नहोल, टियाली सहित अन्य क्षेत्रों में किसानों द्वारा फूलगोभी के लक्की हाइब्रिड ब्रांड बीज लगाया गया था। फलस्वरूप गोभी उगने पर इसका आकार व  रंग हरा पड़ गया था।

किसानों के अनुसार लक्की का ब्रांड बीज समय से पहले ही परिपक्व हो गया था। जिसकी मार्किट में कोई वेल्यू नहीं है। फूलगोभी का बीज खराब होने से किसानों को रोजी रोटी की चिंता सताने लगी है।

गौर रहे कि हिमाचल प्रदेश किसान सभा द्वारा इस मुद्दे को कृषि विभाग के साथ प्रभावी ढंग से उठाया था। सभा के राज्याध्यक्ष डॉ. कुलदीप तंवर ने अपनी टीम के साथ विभिन्न गांव में जाकर खेतों में फूलगोभी का आकलन किया गया था और एक डेपुटेशन लेकर डिप्टी डायरेक्टर कृषि से भेंट करके कंपनी के खिलाफ करवाई करने तथा प्रभावित किसानों को कंपनी से मुआवजा दिलाने की मांग की गई थी।

 बीज निरीक्षक कृषि विभाग शिमला ने भी पत्र लिखकर लक्की सिजेंट कंपनी पूना से बीज बारे पूरी डिटेल मांगी गई है कि इस बीज को ट्रायल बेस पर किन स्थानों पर उगाया गया  था।

इस बीज को किस विशेषज्ञ द्वारा प्रमाणित किया गया। हिमाचल प्रदेश में लक्की हाइब्रिड बीज के विक्रय केंद्र किन शहरों में हैं इत्यादि सूचना मांगी गई है। बता दें कि कृषि विभाग द्वारा पहली मर्तबा इस प्रकार की पहल की गई है जिससे अप्रमाणित बीजों के बेचने पर अंकुश लग सकता है।

इसी प्रकार जुन्गा के निचले क्षेत्रों में किसानों द्वारा टमाटर का रॉकस्टार बीज लगाया था जिससे किसानों को बहुत नुकसान हुआ है । डॉ0 तंवर ने बताया  कि किसान सभा द्वारा इस बारे  सरकार के साथ मामला उठाया जा रहा है ।