फिलहाल आलू की बुवाई को रोक दें किसान, ड्राई स्पैल के चलते कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी
सर्दियों में बारिश बर्फबारी नहीं होने से हिमाचल प्रदेश में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इससे कृषि विभाग के अधिकारियों की चिंता काफी बढ़ गई है। सूखे की स्थिति से निपटने के लिए विभाग को एडवाइजरी तक जारी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 05-03-2023
सर्दियों में बारिश बर्फबारी नहीं होने से हिमाचल प्रदेश में सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इससे कृषि विभाग के अधिकारियों की चिंता काफी बढ़ गई है। सूखे की स्थिति से निपटने के लिए विभाग को एडवाइजरी तक जारी करनी पड़ी है। यह एडवाइजरी सिंचाई और आलू की बुवाई के काम को लेकर जारी की गई है।
मौसम की बेरुखी को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग ने किसानों और बागवानों को आलू की बुवाई का काम बारिश के मौसम तक रोकने को कहा है, क्योंकि अगर बारिश नहीं होती है तो उनकी मेहनत पर पानी फिर सकता है।
कृषि विभाग ने मौसम विभाग के बारिश नहीं होने को लेकर जारी किए गए पूर्वानुमान और प्रदेश में चल रहे ड्राई स्पेल की स्थिति को देखते हुए यह एडवाइजरी जारी की है। कृषि विभाग ने सूखे के हालात को ध्यान में रखते हुए अपने सभी फील्ड स्टाफ को लोगों को जागरूक करने के दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
अधिकारियों को कहा गया है कि वह किसानों को मौसम विभाग की भविष्यवाणी को ध्यान में रखते हुए खेती संबंधी काम करने के लिए जागरूक करें और पानी की बचत के लिए जरूरी इंतजाम करने कहें।
सर्दियों में सूखे के कारण अकेले कृषि विभाग को 95 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। गेहूं की फसल सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। इसके बाद फूलगोभी, लहसुन, मटर, टमाटर भी सूखे की भेंट चढ़ चुके हैं।
सूखे को लेकर मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की अध्यक्षता में हुई बैठक में सामने आया है कि हिमाचल में 10 हजार से ज्यादा पेयजल स्कीमों में से केवल 12 स्कीमों में सूखे का असर देखने को मिला है, लेकिन अगर बारिश नहीं होती है तो इसकी संख्या और बढ़ सकती है।