गोपाल शर्मा - राजगढ़ 22-11-2021
फसल एकत्रीकरण व त्योहारी सीजन समाप्त होने के बाद राजगढ के किसान इन दिनो सर्दियों के लिए पशुचारे का भंडारण करने मे जुट गये है। यहा काबिले जिक्र है कि यहा अगले चार महीनों तक क्षेत्रों में हिमपात व पाला पडने का क्रम आरंभ हो जाता है और उन दिनो के लिए यहा किसान अपने पशुओं के लिए पशु चारे का भडारण पहले ही कर लेते है।
पाला पडने से चारागाहों मे पशुचारा पूर्ण रूप से सुख जाता है और हरा चारा इन दिनो यहा नही मिल पाता वही ऊंचाई वाले स्थानों में तो कई कई दिनों तक हिमपात के कारण घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सबसे अधिक समस्या पशु चारे की रहती है।
इसलिए यहा का किसान इन चार महीनों के लिए पशु चारे का भंडारण कर लेता है. इसलिए इन दिनों यहा किसान पशु चारे का भंडारण का कार्य चल रहा है इन दिनो यहा चारागाह में घास कटाई का कार्य जोरो पर चल रहा है यहा पहले पशु चारे को काट कर सुखा लिया जाता है और फिर उसे बडलो मे बांध दिया जाता है जिसे स्थानीय भाषा मे पुला या झूमा कहा जाता है।
फिर चारे को पशुशाला के आसपास ही या तो पेडो में टांग दिया जाता है या फिर उसको एक विशेष प्रकार से भंडारण कर दिया जाता है ताकि वह वर्षा से भी ना भीग सके और सर्दियों के मौसम में जब हिमपात का मौसम हो तो पशुओं को खिलाया जा सके इन दिनों यहा किसान अपने मवेशियों के लिए पशु चारे का एकत्रीकरण करने मे लगे है।