बेटी की जाति और राज्य के आधार पर ऐसे घिनौने अपराधों को ना तोला जाएँ : रजनी ठुकराल

बेटी की जाति और राज्य के आधार पर ऐसे घिनौने अपराधों को ना तोला जाएँ : रजनी ठुकराल

यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू   02-10-2020

उत्तर प्रदेश के हाथरस में खेत में मजदूरी करनेवाली बेटी पर सामूहिक बलात्कार, बेटी की नृशंस हत्या, परिवार का और देशभर में आक्रोश इन के कारण फिर से महिला सुरक्षा का मुद्दा चर्चा में आया है। इस पर अंतरराष्ट्रीय हिन्दू मंच और अखिल भारतीय महामंत्री ओजस्विनी रजनी ठुकराल ने कहा कि देश में 1 लाख से ज्यादा ऐसी घटनाएँ होती हैं, सज़ा केवल मुट्ठीभर मामलों में होती है।

जाति, राज्य, प्रांत, भाषा, दल, समुदाय, आर्थिक स्थिति इन सभी से ऊपर उठकर भारत में ऐसे भयंकर कृत्यों पर गंभीरता से ठोस निर्णय और कृति हो। कानून कड़े हैं लेकिन फिर भी अत्याचारी छूट जाते हैं और इसीलिए ऐसे घिनौने अपराध बढ़ रहे हैं। ऐसा अब नहीं चलेगा। बहुत हुआ महिलाओं पर अत्याचार।

उन्होंने कहा कि बेटी की जाति, राज्य के आधार पर भी ऐसे घिनौने अपराधों को ना तोला जाएँ। भारत की हर बेटी की सुरक्षा और सम्मान हर भारतीय की जिम्मेदारी है। यह विषय सिर्फ मीडिया पर चर्चा का नहीं, भारत में महिला सुरक्षा ठीक से होती रहें इस का है।

हमारी राष्ट्रीय महिला परिषद, ओजस्विनी और अन्य सभी संगठनों द्वारा देश भर में हाथरस की बेटी को न्याय के लिए सरकारों को ज्ञापन दिए जा रहे हैं, शांतिपूर्ण कैंडल मार्च भी कर रहें हैं। महिला सुरक्षा पर हर वर्ष हम प्रशिक्षण भी करते हैं। लेकिन देश ने एक होकर यह करना चाहिए।

अपने परिवार में बेटों को सिखाएँ कि महिलाओं का सम्मान रखना, उनपर घर में या बाहर अत्याचार ना करना यह आवश्यक ही है। कानून तो होते हैं लेकिन सरकारें दलगत, समाज प्रांत भाषा जाति के आधार पर उन कानूनों का प्रयोग करना अब बंद करें और महिला अत्याचारियों को कड़ी सजा दें, गुनाहगारों को बचाने में ना लगें।

तुरंत संज्ञान लेकर सभी सन्माननीय न्यायालय एक होकर महिला सुरक्षा पर सभी सरकारों, प्रशासनों को कड़ाई से जाँच, महिला को तुरंत उपचार मिले और अत्याचारियों को सज़ा मिलें ये आदेश दें और फ़ास्ट ट्रैक न्यायालय तुरंत शुरू हो।

ऐसी सम्पूर्ण अराजनीतिक समिति बनें जिस में निवृत्त महिला न्यायाधीश, महिला पुलिस अधिकारी, महिला डॉक्टर और समाजसेविका हो, जो समिति ऐसे सभी मामलों तुरंत पर कारवाही करें। महिलाओं को सच्चा सम्मान तभी मिलेगा जब सभी दल एक दूसरे को दोष देने की राजनीति बंद करें और देश मे हर बेटी हर जगह पर हर समय सुरक्षित, स्वस्थ और समृद्ध हो।