बिना परीक्षा प्रोमोट नहीं होंगे छात्र, अक्तूबर-नवंबर में होंगे एचपीटीयू के एग्जाम
कुलपति ने सभी निजी कालेज प्रबंधन को दिए निर्देश
यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर 06-09-2020
हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर किसी भी बीटेक, बी-फार्मेसी (इंटर मीडिएट सेमेस्टर) के विद्यार्थी को बिना परीक्षा के अगले सत्र में प्रोमोट नहीं करेगा।
तकनीकी विवि के कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने प्रदेश के सभी निजी कालेज के निदेशकों और प्रिंसीपलों के साथ ऑनलाइन बैठक की। कुलपति ने अक्तूबर और नवंबर महीने में सभी कालेज और हर शिक्षण संस्थान पर परीक्षा केंद्र स्थापित कर ऑफलाइन परीक्षाएं करवाने की तैयारियां करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते मार्च से लॉकडाउन लगाया गया था, तब तक अधिकतर कक्षाओं का पाठ्यक्रम 70 से 80 प्रतिशत पूरा कर दिया था। उसके बाद ऑनलाइन कक्षाएं लगाकर पूरा पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को पढ़ाया गया है।
अब तकनीकी विवि अंतिम सत्र और री-अपीयर विद्यार्थियों की तर्ज पर अगले महीने से कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए परीक्षाएं करवाएगा। हालांकि तकनीकी विवि ने विद्यार्थियों की अगले सत्र की ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करवा दी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पिछले सत्र की परीक्षा के बिना छात्रों को प्रमोट किया गया है।
जल्द ही तकनीकी विवि परीक्षाओं का शेड्यूल जारी होगा। इंटर मीडिएट सेमेस्टर की परीक्षाएं पूरी होने के बाद ऑफलाइन प्रैक्टिकल परीक्षा भी ली जाएंगी। कालेज स्तर पर ही प्रैक्टिकल परीक्षाएं होंगी।
विवि के कुलपति ने सभी संबंधित निजी और सरकारी शिक्षण संस्थानों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन विषय पर वेबिनार का आयोजन करने के निर्देश दिए। तकनीकी विवि ने सभी शिक्षण संस्थानों से ऑनलाइन कक्षाओं में लगे सभी शिक्षकों का ब्यौरा तुरंत भेजने के निर्देश दिए हैं।
अगर किसी निजी संस्थान में कोई खामियां पाई जाती हैं, तो तकनीकी विवि उस संस्थान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। बैठक में तकनीकी विश्वविद्यालय के डीन प्रो. कुलभूषण चंदेल, डा. धीरेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे।
तकनीकी विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग और फार्मेसी के विद्यार्थियों को परीक्षा के पाठ्यक्रम में 20 प्रतिशत तक छूट देने की योजना बना रहा है। जैसे की पांच में से किसी चार यूनिट के प्रश्न को विद्यार्थी परीक्षा में उत्तर दे सकता है।
यूजीसी और एआईसीटीई के आदेशों की पालना करते हुए तकनीकी विवि ने विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए परीक्षाएं करने का फैसला लिया है, ताकि विद्यार्थियों का साल खराब न हो।