बर्थ सर्टिफिकेट के साथ ही दिया जाएगा बच्चे को आधार नंबर, योजना लागू करने की तैयारी में केंद्र सरकार 

सरकार बच्चे के जन्म के साथ ही उसे आधार नंबर देने का प्लान कर रही है। बर्थ सर्टिफिकेट के साथ ही बच्चे को आधार नंबर दिया जाएगा। इस पर 16 राज्यों में ट्रायल चल रहा है। जल्द ही पूरे देश में इसे लागू कर दिया जाएगा

बर्थ सर्टिफिकेट के साथ ही दिया जाएगा बच्चे को आधार नंबर, योजना लागू करने की तैयारी में केंद्र सरकार 

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली      16-10-2022

सरकार बच्चे के जन्म के साथ ही उसे आधार नंबर देने का प्लान कर रही है। बर्थ सर्टिफिकेट के साथ ही बच्चे को आधार नंबर दिया जाएगा। इस पर 16 राज्यों में ट्रायल चल रहा है। जल्द ही पूरे देश में इसे लागू कर दिया जाएगा। 

आधार नंबर मिलने के बाद बच्चे की पांच साल और 15 साल की उम्र होने पर उसका बायोमीट्रिक डाटा अपडेट कराना होगा। पांच साल से कम उम्र के बच्चों का बायोमैट्रिक्स नहीं लिया जा सकता। 

इस कारण उनके आईडी को उनके माता-पिता की आईडी से जोड़ा जाता है। इस कारण बच्चे के पांच और 15 साल के हो जाने पर बायोमैट्रिक अपडेट की जरूरत होती है। अभी 16 राज्यों में आधार लिंक्ड बर्थ रजिस्ट्रेशन स्कीम चल रही है।

इसे एक साल पहले शुरू किया गया था, जिसमें समय के साथ दूसरे राज्य जुड़ते गए। आधार अथॉरिटी यूडीएआई को उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में सभी राज्य में यह सुविधा उपलब्ध होगी। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 134 करोड़ आधार कार्ड जारी किए जा चुके हैं। 

असम और मेघालय वे राज्य हैं, जहां पूरी आबादी को अभी तक यूनीक नंबर नहीं मिला है। लद्दाख और नागालैंड के भी दूरदराज के इलाकों में आबादी पूरी तरह से एनरोल नहीं हुई है। हम देश के इन हिस्सों में जल्द से जल्द पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बर्थ सर्टिफिकेट के साथ पिछले कुछ महीनों में एनरोल हुए शिशुओं की सही संख्या नहीं मिल पा रही है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बर्थ सर्टिफिकेट के साथ पिछले कुछ महीनों में एनरोल हुए शिशुओं की सही संख्या नहीं मिल पा रही है।

आधार अथॉरिटी यूडीएआई अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल 20 करोड़ रिक्वेस्ट मिलीं। इनमें से सिर्फ चार करोड़ नए आधार के लिए थीं, बाकी की रिक्वेस्ट अपडेशन के लिए थीं। इसके बाद यूनीक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने आधार धारकों की अपडेटेड जानकारी मांगने का फैसला किया। 

अधिकारियों ने इस हफ्ते की शुरुआत में लोगों से आग्रह किया कि अगर उनका आधार कार्ड 10 साल से ज्यादा पुराना है तो वह उसे अपडेट करें। उनका 
कहना है कि पिछले कई सालों में कई आधार धारक नई जगह शिफ्ट हो गए हैं, तो कई लोगों ने अपना मोबाइल नंबर बदल लिया है। इस कारण सही जानकारी होनी बहुत जरूरी है।