भाजपा सरकार ही करेगी ओपीएस का समाधान : जयराम ठाकुर

कुछ लोग कहते हैं कि बड़े-बड़े लोग रिवाज नहीं बदल पाए तो जयराम ठाकुर किस खेत की मूली हैं। चाहे मूली कहो या गाजर लेकिन हम छोटे लोग रिवाज बदल कर रहेंगे

भाजपा सरकार ही करेगी ओपीएस का समाधान : जयराम ठाकुर

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला      30-10-2022

कुछ लोग कहते हैं कि बड़े-बड़े लोग रिवाज नहीं बदल पाए तो जयराम ठाकुर किस खेत की मूली हैं। चाहे मूली कहो या गाजर लेकिन हम छोटे लोग रिवाज बदल कर रहेंगे। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विजय संकल्प अभियान के तहत नूरपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। 

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को चुराह में भाजपा प्रत्याशी हंसराज, चंबा में नीलम नैयर और कांगड़ा जिले की नूरपुर विधानसभा में रणवीर सिंह निक्का के लिए प्रचार किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए जो कुछ किया जा सकता था हमने किया है। 

ओपीएस का समाधान भी केवल भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है। कांग्रेस केवल राजनीतिक लाभ के लिए लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने चंबा में कहा कि 13 अक्टूबर को यहां चौगान मैदान में हुई ऐतिहासिक रैली ने प्रधानमंत्री में एक गहरी छाप छोड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में कठिन परिस्थितियों के बावजूद गरीब के करीब रहकर काम किया। 

घर-घर नल से पानी पहुंचाया और उस पानी का बिल माफ किया। गरीबों को इलाज की चिंता से मुक्त किया। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “हमें कहा जा रहा है कि ऋण लिया। जब हमारी सरकार सत्ता में आई तो 50 हजार करोड़ का ऋण प्रदेश पर था।  हमारी सरकार को तो कोविड के दौर में ऋण लेना पड़ा लेकिन कांग्रेस के समय तो कोविड भी नहीं था फिर इतना ऋण क्यों लिया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अपने कार्यकाल में 5 हजार लोगों को रोजगार नहीं दे पाई, लेकिन हमारी सरकार ने 60 हजार से अधिक लोगों को रोजगार दिया। अपने कार्यकाल में इन्होंने गरीबों के लिए कुछ नहीं किया। वो लोग एक बार नहीं बार-बार सत्ता में रहे तो उन्होंने बुजुर्गों के लिए पेंशन 60 साल से शुरू क्यों नहीं की। 

हर घर गैस का चूल्हा देने से उन्हें किसने रोका था। गरीब परिवार की बेटियों की शादी में आर्थिक मदद देने से किसने रोका था। हम हिम केयर और आयुष्मान योजना के तहत निशुल्क इलाज करवा रहे हैं। कांग्रेस ने गरीबों के बारे में कभी नहीं सोचा।