भारी भूस्खलन से गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे बंद , दोनों तरफ लगी वाहनों की लम्बी कतारे
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार शाम यमुनोत्री हाईवे पर धरासू के पास भारी भूस्खलन हो गया
यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 17-08-2022
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार शाम यमुनोत्री हाईवे पर धरासू के पास भारी भूस्खलन हो गया। अचानक पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गिरा। जिसके चलते यमुनोत्री के साथ ही गंगोत्री हाईवे भी बंद हो गया। सड़क के दोनों ओर दर्जनों वाहन फंस गए हैं।
बता दें कि धरासू से यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे ऊपर-नीचे हैं। चट्टान से भूस्खलन होने पर पहले यमुनोत्री हाईवे बंद हुआ। इसके बाद भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गंगोत्री हाईवे पर जा गिरे। जिसके चलते दोनों हाईवे पर आवाजाही बंद हो गई है। बदरीनाथ हाईवे पर गौचर और कर्णप्रयाग के बीच गलनाऊं गदेरे में एक ट्राला फंसने से करीब दो घंटे तक हाईवे बंद रहा।
इस दौरान कई वाहन जाम में फंसे रहे। जेसीबी की मदद से ट्रॉली को सड़क से हटाकर यातायात बहाल किया गया। बुधवार सुबह करीब 6:40 बजे कर्णप्रयाग की ओर से लोहे के एंगल लेकर एक ट्राला गौचर की तरफ जा रहा था। इसी दौरान सड़क पर दलदल और पुश्ता क्षतिग्रस्त होने से गलनाऊं गदेरे में पिछला पहिया धंसने से वहां ट्राला फंस गया।
इससे हाईवे के दोनों तरफ जाम लग गया जिससे रुद्रप्रयाग, श्रीनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून सहित कर्णप्रयाग, गोपेश्वर, जोशीमठ, बदरीनाथ जाने वाले सैकड़ों वाहन फंस गए। इस दौरान चमोली जिले से अग्निपथ योजना के तहत होने वाले वाली भर्ती के लिए जा रहे कई युवा भी फंस गए।
वाहन चालकों की सूचना पर एनएच ने मौके पर जेसीबी भेजी, जिसके बाद करीब नौ बजे हाईवे खुल पाया। वहीं एनएचआईडीसीएल के जीएम संदीप कार्की ने कहा कि करीब नौ बजे हाईवे खोल दिया गया था। भूस्खलन या मलबा आने वाली जगहों पर जेसीबी व स्टोन कटर तैनात किए गए हैं।