मैं जानवर हूँ पर तंबाकू नहीं खाता, नौरंगाबाद स्कूल ने लोगों को जागरूक करने का निकाला अनूठा तरीका
जिला सिरमौर के धौला कुआं क्षेत्र के राजकीय उच्च विद्यालय नौरंगाबाद के प्रभारी अध्यापक डॉ. संजीव अत्री ने नशे के खिलाफ जागरूकता की नई तरकीब निकाली है
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 02-06-2022
जिला सिरमौर के धौला कुआं क्षेत्र के राजकीय उच्च विद्यालय नौरंगाबाद के प्रभारी अध्यापक डॉ. संजीव अत्री ने नशे के खिलाफ जागरूकता की नई तरकीब निकाली है। शिक्षा खंड माजरा के अंतर्गत राजकीय उच्च विद्यालय नौरंगाबाद में विद्यार्थियों द्वारा नशे के दुष्प्रभाव व तंबाकू से होने वाले नुकसान को लेकर एक जागरूकता रैली निकाली गई।
रैली के बीच विद्यार्थियों ने जहां हाथों में तंबाकू से होने वाले नुकसान को लेकर जागरूकता बैनर उठाए हुए थे तो वहीं मवेशियों को भी जागरूकता का माध्यम बनाया गया। रैली के बीच मवेशियों को तंबाकू से होने वाले नुकसान के बैनर पहनाकर रैली के बीच जागरूक किया गया। जिसका उद्देश्य डॉ. संजीव अत्री ने बताया कि यदि मवेशी व अन्य पशु घास खाते हैं तो उसके बीच यदि तंबाकू का रैपर या तंबाकू के अन्य पदार्थ आ जाएं तो पशु भी तंबाकू या तंबाकू के किसी अन्य उत्पाद को नहीं खाते हैं।
इसी उद्देश्य से डा. संजीव अत्री ने समाज के उस युवा पीढ़ी को जागरूक करने का प्रयास मवेशियों के माध्यम से किया जो नशे के चंगुल में फंस रही है। डॉ. संजीव अत्री ने बताया कि जिस प्रकार युवा पीढ़ी नशे के चंगुल में फंस रही है तो विश्व तंबाकू निषेध दिवस के दौरान बेजुबान मवेशियों के माध्यम से भी स्कूली बच्चों ने एक संदेश समाज को देने का प्रयास किया है।
मवेशियों को पहनाए गए बैनर को लेकर डॉक्टर संजीव अत्री ने बताया कि मवेशियों को जो बैनर पहनाए गए थे उसमें स्पष्ट तौर पर लिखा गया था कि पशु होते हुए भी वह गुटखा, पान मसाला, तंबाकू व खैनी का सेवन नहीं करते हैं। ऐसे में समझदार मनुष्य भी इस बेजुबान जानवरों से कुछ शिक्षा ले सकता है।
लोगों को आकर्षित करने के लिए उन्होंने मवेशियों के साथ स्लोगन बनाए जिसमे लिखा कि मैं बैल हूं पर तंबाकू नहीं खाता , मैं भैंस हूं पर खैनी नहीं खाती। मैं पशु हूं पर गुटखा नहीं खाता, मैं भैंस हूं मेरी अक्कल बड़ी है क्योंकि मैं तंबाकू नहीं खाती। इस तरह के संदेश विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर नौरंगाबाद स्कूल ने समाज को जागरूक करने के लिए तैयार किए थे।