माइनिंग इंस्पेक्टर को बंधक बनाने वाला मुख्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर , अंधेरे में तीर चला रही खाकी 

गत दिनों गुरु की नगरी पांवटा साहिब में अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए गश्त पर गई खनन विभाग और पुलिस की टीम पर हमला करने और बंधक बनाने वाला मुख्य आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है

माइनिंग इंस्पेक्टर को बंधक बनाने वाला मुख्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर , अंधेरे में तीर चला रही खाकी 

 

रमेश पहाड़िया - नाहन  26-05-2022

 

गत दिनों गुरु की नगरी पांवटा साहिब में अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए गश्त पर गई खनन विभाग और पुलिस की टीम पर हमला करने और बंधक बनाने वाला मुख्य आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। मजेदार बात तो यह है कि दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस मुख्य सरगना तक नहीं पहुंच पाई है जिससे स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगना लाजिमी है। 

 

गौर हो कि 11 मई को पांवटा साहिब के यमुना नदी के समीप मानपुर देवड़ा में खनन विभाग और पुलिस को सूचना मिली थी कि बाहरी राज्यों के खनन माफिया अवैध रूप से प्रदेश की बेशकीमती संपदा को उत्तराखंड ले जा रहे हैं , जिसके चलते आधी रात को खनन विभाग और पुलिस की टीम ने यमुना नदी के समीप मानपुर देवड़ा में दबिश दी। 

 

इस दौरान उत्तराखंड के खनन माफिया के ट्रक जब चेकिंग के लिए रोके तो खनन माफिया ने ना केवल खनन विभाग और पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया , बल्कि खनन माफिया ने माइनिंग इंस्पेक्टर को भी बंधक बना दिया जिसे करीब 8 घंटे बाद उत्तराखंड पुलिस के हस्तक्षेप के बाद छोड़ा गया। भले ही पुलिस ने 24 घंटे के भीतर कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और गाड़ी भी कब्जे में ले ली जिससे सवार होकर खनन माफिया हिमाचल की सीमा पर पहुंचा था 

 

लेकिन मजे की बात यह है कि अभी तक इस मामले का मुख्य सरगना उत्तराखंड के ढकरानी का रहने वाला माठू चौधरी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। बताते हैं  माठू चौधरी  की ना केवल ऊँची पहुँच हैं , बल्कि पैसों के बल पर उसकी पुलिस और खनन विभाग के बड़े अधिकारीयों और राजनेताओं तक पहुँच है। यही नहीं जानकारों का कहना है कि खनन माफिया के सरगना चौधरी की ऊंची राजनीतिक पहुंच होने के कारण उस पर पुलिस भी हाथ डालने से कतरा रही है। 

 

अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पांवटा साहिब से केवल मात्र 7 किलोमीटर की दूरी पर खनन माफिया का मुख्य सरगना  माठू चौधरी रहता है। बावजूद इसके भी हिमाचल पुलिस सरगना तक नहीं पहुंच पाई है। बताते हैं की ऊंची राजनीतिक पहुंच के चलते पुलिस प्रशासन पर भी खासा दबाव है जिसके कारण अभी तक मुख्य आरोपी खुलेआम घूम रहा है। 

 

जानकारी के मुताबिक 11 मई को माइनिंग डिपार्टमेंट और पुलिस की टीम पर खनन माफिया द्वारा हमला किया गया था। इस दौरान माइनिंग इंस्पेक्टर को भी बंधक बना लिया गया था जिसके चलते खनन विभाग ने माठू चौधरी समेत कुछ हलावरों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगों को तो गिरफ्तार कर लिया है , लेकिन मुख्य सरगना  माठू चौधरी अभी भी खुलेआम घूम रहा है। इ

 

स बारे में यंगवार्ता न्यूज़ ने जब डीएसपी पांवटा साहिब वीर बहादुर सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि गत दिनों पांवटा साहिब के माजरा में एक प्रकरण हो गया था जिसके चलते पुलिस इस मामले में व्यस्त रही। डीएसपी ने बताया कि पुलिस मुख्य सरगना की तलाश कर रही है और शीघ्र ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।