मेरी चुप्पी को कमजोरी न समझे, अनिल शर्मा ने नाम लिए बगैर भाजपा पर साधा निशाना
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 22-10-2020
पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता अनिल शर्मा ने वीरवार को पत्रकारों से बातचीत की। मेरा परिवार मुंबई से मंडी से आया तो बिजली बोर्ड रोज बिजली काट परेशान करता रहा।
पूरे शहर में बिजली होती थी, सिर्फ मेरे घर में नहीं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस तरह प्रताड़ित करने के बजाय विकास की तरफ ध्यान देें। अनिल शर्मा ने कहा राजनीति हम कहां करेंगे समय बताएगा। मैंने व मेरे परिवार ने गलत किया था, लोकसभा चुनाव में जनता ने हिसाब पूरा किया।
अनिल ने कहा जनता जो तय करेगी, उसी दल में रहूंगा। बेटे का फैसला गलत था, युवा कई बार रास्ता भटक जाते हैं, यही बात मुख्यमंत्री को कही थी। राजनीति के लिए परिवार नहीं बंटेगा। बेटे को टिकट मिला तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे।
भाजपा में जाने का फैसला मेरा नहीं बेटे आश्रय शर्मा का था। अनिल ने कहा काफी समय से राजनीति से दूर था, हमारा परिवार इससे पहले कई बार गिरे कई बार उठे हैं। इस बार मुझे नीचा दिखाने की कोशिश की गई। मैंने काम करना चाहा, मुझे सेरी मंच पर जलील किया गया।
अनिल शर्मा ने कहा चुप्पी मेरी कमजोरी नहीं है। विधानसभा चुनाव में जनता को बिना पूछे फैसला लिया, इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। तीन साल से सदर हलके में कोई काम नहीं हुआ। विधानसभा में चुप रहना मेरी कमजोरी नहीं है। भाजपा से जुड़ा हूं, पार्टी चाहे निष्कासित कर दे।
मेरा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से विरोध नहीं, अधिकारी व कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं। मैंने एक साल बाद बुधवार को मुख्यमंत्री से बात की और विकास के मामले भी उठाए। कांगनी में हेलीपैड बना दिया, मगर हवाई सेवा शुरू नहीं हुई। सकोडी खड्ड का पुल का काम लटका हुआ है।
पूर्व सरकार के समय काम हुआ। यू ब्लॉक में पार्किंग का मामला लटका हुआ है। पार्किंग स्थल को शॉपिंग मॉल बनाने की कोशिश हो रही है। बाईपास का काम जानबूझ कर बंद कर दिया गया। मेरी कोई योजना चलती फिरती नहीं, एक्सपर्ट की राय शामिल रहती है। बाईपास को लेकर जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने मेरा मजाक उड़ाया।
मंडी जिले में सड़कों की हालत दयनीय, लगता नहीं मुख्यमंत्री मंडी से हैं। मैं विपक्ष की भूमिका में नहीं हूं, विकास के मामले उठा रहा हूं। मंत्री पद से हटते ही विकास कार्य रोक दिए गए। शहर के लोगों को 24 घंटे के बजाय 2 घंटे पानी मिल रहा है। नगर निगम को लेकर उनकी राय नहीं ली गई।
नगर निगम बनाने के लिए जनता की राय जानी जाए, ग्रामीण क्षेत्रों को शामिल नहीं किया जाना चाहिए। नगर परिषद अध्यक्ष लोगों को टैक्स माफ करने के नाम पर गुमराह कर रही हैं।
सुधीर शर्मा धर्मशाला को स्मार्ट सिटी बना सकते हैं तो मुख्यमंत्री मंडी को क्यों नहीं। धर्मशाला व शिमला को सरकार पैसा नहीं दे रही है। मंडी हवाई अड्डा बनाने का कदम सही है, मगर यह स्पष्ट होना चाहिए जमीन के दाम क्या होंगे। अनिल ने कहा क्या सरकार फैक्टर दो लगाएगी।