महर्षि बाल्मीकि की शिक्षाओं की प्रासंगिकता सार्वकालिक : डाॅ. सैजल
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 31-10-2020
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद मन्त्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि की शिक्षाओं की प्रासंगिकता सार्वकालिक है तथा इन्हें जीवन में अपनाना सभी के लिए आवश्यक है।
डाॅ. सैजल आज कसौली विधानसभा के धर्मपुर में महर्षि बाल्मीकि के प्रकटोत्सव समारोह में उपस्थित भक्तजनों को सम्बोधित कर रहे थे। डाॅ. सैजल ने स्थानीय बाल्मीकि मन्दिर में पूजा-अर्चना की और सभी के स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना की।
डाॅ. सैजल ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि ने स्व रचित रामायण के माध्यम से जनमानस को सद्मार्ग पर चलने तथा मानव के कल्याण का मार्ग दिखाया। भगवान श्रीराम के पुत्र लव तथा कुश की शिक्षा-दीक्षा महर्षि बाल्मीकि द्वारा ही सम्पन्न करवाई गई। उन्होंने कहा कि आदिकवि ने समाज को एक सूत्र में पिरोया तथा सभी में आत्मविश्वास की भावना जागृत की।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महर्षि बाल्मीकि की शिक्षाओं का अनुसरण सभी के लिए आवश्यक है। डाॅ. सैजल ने सभी को बाल्मीकि जयन्ती की बधाई देते हुए आशा जताई कि यह दिवस समाज के सभी वर्गों को धर्म, सत्य तथा जन-जन की सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेगा।
उन्होंने इस अवसर पर सभी को महर्षि बाल्मीकि प्रकटोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि महर्षि बाल्मीकि की शिक्षाओं को अपनाकर समाज से भेदभाव एवं छूआछूत को समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के वर्तमान संकटकाल से नियम पालन तथा जागरूकता के साथ ही पार पाया जा सकता है।
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें, सोशल डिस्टेन्सिग नियम का पालन करें और बार-बार अपने हाथ साबुन अथवा एल्कोहल युक्त सेनिटाईजर से धोते रहें।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री ने कहा कि केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी आायुष्मान भारत योजना तथा प्रदेश सरकार की हिमकेयर एवं सहारा योजनाएं ज़रूरतमन्द रोगियों के लिए आशा की किरण बनकर उभरी हैं। डाॅ. सैजल ने क्षेत्र में खेड़ा मन्दिर के निर्माण में सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने स्थानीय बस्ती में सौर ऊर्जा चलित प्रकाश व्यवस्था के लिए 01 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा भी की।