युवाओं के लिए वरदान साबित हो सकती है मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना
यंगवार्ता -न्यूज़ शिमला 09-09-2020
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना कोरोना काल में बेरोजगार हुए युवाओं के लिए स्वरोजगार के द्वार खोल सकती है। यह योजना वरदान साबित होगी। इस योजना में जिला उद्योग केंद्र व उपायुक्त स्वंय निगरानी कर रहे है।
ताकि इस योजना के लाभार्थियों को समय पर बैंक से लोन मिल सके और युवाओं को बैंकों के चक्कर न काटने पड़े। इसके लिए जिला टास्क फार्स कमेटी की बैठक 16 सितंबर को हो रही है। इस बैठक में इस योजना के लिए आवेदन किए गए प्रोजेक्टों की छंटनी उपायुक्त कार्यालय में होनी है।
इस योजना का ऑनलाइन पोर्टल लाॅन्च हो चुका है। इसलिए इस बार छंटनी प्रक्रिया की विशेषता यह होगी कि उम्मीदवारों के आवेदन पहले सीधे तौर पर संबंधित बैंक शाखाओं को फॉरवर्ड होंगे। इसके पश्चात बैंक को 7 दिन के अंदर आवेदक का क्रेडिट स्कोर व डिफाॅल्टर आदि की जानकारी जिला उद्योग केंद्र को ऑनलाइन भेजना होगा।
इसके बाद जिला टास्क फोर्स कमेटी द्वारा चयनित किए जाएंगे। जोकि ऑनलाइन प्रक्रिया से 3 दिन के अंदर बैंक शाखा में स्वीकृति के लिए वापिस पहुँच जाएंगे। डाक द्वारा पत्र पहुंचने में अब देरी नहीं होगी और आसानी से इस योजना को अमल में लाया जायेगा। जिलाधीश सिरमौर इस योजना की प्रगति की समीक्षा दैनिक आधार पर स्वयं कर रहे हैं।
क्षेत्र इस स्कीम के तहत न केवल 25 से लेकर 30 प्रतिशत तक का अनुदान मिलेगा। बल्कि 3 वर्ष तक 5 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज दर में भी छूट मिलेगी। जीएम डीआईसी जीएस चौहान ने बताया कि बेरोजगारों व युवा उद्यमी व 18 से 45 आयु वर्ग के इच्छुक बेरोजगार युवाओं व युवतियां अपनी पसंद के प्रोजेक्ट का चयन करके इस स्कीम के तहत ऑनलाइन आवेदन करके इस योजना का लाभ उठाएं।
बेरोजगार युवाओं की मांग को देखते हुए सरकार ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का दायरा बढ़ाते हुए इसमें कुछ और सर्विस गतिविधियों को शामिल कर दिया है। इसमें प्रमुख रूप में ई-रिक्शा, थ्री व्हीलर संचालित छोटे कमर्शियल वाहन जैसे महिन्द्रा टाटा छोटा हाथी और मोबाइल फूड वैन भी शामिल है। इन गतिविधियों को इस योजना में शामिल करके बेरोजगार युवाओं के समक्ष स्वरोजगार शुरू करने के अब कई विकल्प मौजूद होंगे।