राखी स्पेशल : राखी पहनने के बाद कलाई से जहां-जहां बिखरेंगे बीज, वहां- वहां उग आएंगे फूल-बीज
रक्षाबंधन नजदीक आते ही महिलाओं ने कड़ी मेहनत कर इन राखियों को लोकल फॉर वोकल थीम पर तैयार किया है, जो पूरी तरह से ईको फ्रैंडली हैं
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 06-08-2022
रक्षाबंधन नजदीक आते ही महिलाओं ने कड़ी मेहनत कर इन राखियों को लोकल फॉर वोकल थीम पर तैयार किया है, जो पूरी तरह से ईको फ्रैंडली हैं। उपयोग के बाद इन राखियों का पर्यावरण पर भी विपरीत असर नहीं पड़ेगा यानी महिलाओं ने पर्यावरण को ध्यान में रखकर भी इन राखियों को स्वयं तैयार किया है।
बता दें कि रक्षा बंधन का त्यौहार नजदीक है। इसे यादगार बनाने के लिए सिरमौर की महिलाओं ने इस बार कुछ खास पेशकर की है। इस बार हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के स्वयं सहायता समूहों ने ऐसी राखियां तैयार की हैं जो खराब होने के बाद भी बेकार नहीं जाएंगी।
राखी पहनने के बाद कलाई से जहां-जहां ये बीज बिखरेंगे, वहां इस पवित्र बंधन के फूल उग आएंगे। बीज पौधे का रूप लेंगे। अगर कलाई पर पहनी राखी के बीज सुरक्षित भी बच जाते हैं तो इन्हें गमले या क्यारियों में फेंककर पौधे तैयार किए जा सकेगी।
फूलों के अलावा सब्जियों के बीज भी राखी में हैं। इन राखियों में गेंदा, सरसों, चौलाई, मेथी, सोयाबीन, लोबिया, धनिया, कद्दू और चना समेत अन्य किस्मों के बीजों का इस्तेमाल किया गया है।