राजस्थान के युवाओं ने हिमाचल में जल है तो कल है प्रकृति है तो हम है स्वर से किया शंखनाद

राइड फॉर  यूथ  जागरूकता अभियान के तहत 20 हजार किलोमीटर की राइड के दौरान न्यारा संगठन के दो नौजवान नीतू और मुकुल 1022 किलोमीटर की राइड करते हुए प्रदेश के  विभिन्न क्षेत्रोंं से होते चंबा पहुंचेे

राजस्थान के युवाओं ने हिमाचल में जल है तो कल है प्रकृति है तो हम है स्वर से किया शंखनाद

यंगवार्ता न्यूज़ - चंबा    03-10-2021

राइड फॉर  यूथ  जागरूकता अभियान के तहत 20 हजार किलोमीटर की राइड के दौरान न्यारा संगठन के दो नौजवान नीतू और मुकुल 1022 किलोमीटर की राइड करते हुए प्रदेश के  विभिन्न क्षेत्रोंं से होते चंबा पहुंचेे ।

चंबा पहुंचने पर इन राइडर्स ने  गांधी जयंती के उपलक्ष्य में प्रेरणा द इन्सपिरेशन के साथ मिल कर यूथ इंटरएक्शन प्रोग्राम के तहत राजकीय महाविद्यालय  चंबा में राष्ट्र के बेहतर निर्माण में युवाओं की भूमिका विषय पर युवाओं से चर्चा भी की। 

इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद एसडीएम चंबा नवीन तंवर ने सराहना करते हुए बताया कि ये दोनो राइडर भारत के 28 राज्यों, 7 केंद्र शासित प्रदेशों तथा भारत के चारों छोर  से खरदूँगला, तेजू , कोटेश्वर तथा कन्यकुमारी तक की राइड कर भारत के एक लाख युवाओं को "जल है तो कल है प्रकृति है तो हम है" का संदेश देंगे।

महाविद्यालय में  युवाओं से चर्चा करते हुए राइडर्स ने  चरित्र निर्माण, स्वच्छता अभियान  तथा समय समय पर संस्थानो में होने वाली गतिविधियों का मन  मस्तिष्क पर पड़ने वाले प्रभावों का भी  उल्लेखन किया।

इस दौरान   नेहरू युवा केंद्र के वॉलिंटियर्स   के साथ मिलकर  राजकीय महाविद्यालय चंबा में श्रमदान के माध्यम से तरल व  ठोस कचरा एकत्रित कर स्वच्छता का भी संदेश दिया |

 एसडीएम नवीन तंवर ने बताया कि जिला प्रशासन तथा पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित रैली में भी ये बाईक राइडर्स  आकर्षण का केंद्र रहे। साच पास दर्रे  के मुख्य द्वार  तक पहुँचना काफ़ी चुनौतिपूर्ण रहा। 

साच पास दर्रे के दो किलोमीटर  पहले  रास्ते में हल्की बर्फबारी व ठंड का भी का  सामना  करना पडा। रैली में शामिल गाड़ियों को जहां एक और भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। 

वहीं दूसरी और यह राइडर्स बर्फबारी का सामना करते हुए बिना हिम्मत हारे दर्रे तक पहुंचे और साहस का परिचय दिया। न्यारा संगठन के प्रोग्राम मेनेजर मुकुल ने बताया की अभी हम खरदुंगला, लेह, कारगिल, श्रीनगर, जम्मू होते हुए चंबा से अमृतसर की  ओर  रवाना होंगे।