उपायुक्त ने बताया कि राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी जनमंच कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों की शिकायतों को समयबद्ध हल करना, सरकारी कार्यक्रमों और योजनाओं की जानकारी आम जनता को मुहैया करवाना, जनता की शिकायतों व मांगों का निपटारा घर- द्वार पर करना, लोक सेवा गांरटी अधिनियम के अतंर्गत सेवा वितरण की जांच तथा ई-समाधान के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का निर्धारित समय अवधि के भीतर निपटारा करना है।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त जनता की मांग अनुसार विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रमाण पत्र व दस्तावेज मौके पर उपलब्ध करवाना है। उपायुक्त ने बताया कि जनमंच कार्यक्रम के दौरान लोगों को हिमाचली प्रमाण पत्र, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछडा वर्ग, आय प्रमाण पत्र, राजस्व रिकार्ड जारी करने के अतिरिक्त विधवा, वृद्धावस्था पैंशन, आवास निर्माण व मुरम्मत, कानूनी सहायता, स्वतन्त्रता सैनानी, सैनिक पैंशन, महिला युवक मण्डल पंजीकरण, बीपीएल ऋण सुविधा, भूमि विकास व भूसंक्षरण कार्य, भू-इन्तकाल, सत्यापन, जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण, राशन कार्ड, लघु कार्यों की स्वीकृति, पूर्व तथा मौके पर प्राप्त आवेदनों का निदान किया जाएगा।
उन्होने इस क्षेत्र के लोगो से ये भी आग्रह किया कि वे आगामी 8 नवम्बर को लक्ष्मी नारायण मंदिर कुंडी के प्रांगण में आयोजित होने वाले जनमंच कार्यक्रम में कोविड-19 की एहतियात के साथ भाग लेकर इसका लाभ उठाएं। जनमंच कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरू होगा। इसमें विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। उपायुक्त ने बताया कि इसके अलावा क्षेत्र की जल विद्युत परियोजनाओं के प्रबंधन को भी इस मौके पर उपस्थित रहने के लिए निर्देश दिए गए हैं ताकि परियोजना प्रभावित क्षेत्र के लोगों की विभिन्न समस्याओं का भी समाधान किया जा सके।