लंबे अरसे बाद खुली स्टेशनरी की दुकाने , किताबे खरीदने वालों की दिखी लम्बी कतारें

लंबे अरसे बाद खुली स्टेशनरी की दुकाने , किताबे खरीदने वालों की दिखी लम्बी कतारें

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन  16 April 2020

प्रशासन के आदेशों के मुताबिक जिला में अधिकृत बुक सेलर की दुकानें खुली रही जहां अभिभावकों ने स्कूली बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री खरीदी।

वही इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया। जिला में स्कूली बच्चों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने जिला में स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से अधिकृत पुस्तक विक्रेताओं को हफ्ते में एक दिन वीरवार को दुकानें खोलने के दिशा निर्देश जारी किए हैं।

निर्देशों के मुताबिक पुस्तक विक्रेता सुबह 10:30 बजे से 1:30 बजे तक ही शिक्षण सामग्री बेच सकेंगे। निर्देशों के मुताबिक वीरवार को जिला मुख्यालय नाहन पुस्तक विक्रेताओं की दुकानों के बाहर अभिभावक बड़ी संख्या में बच्चों की शिक्षण सामग्री खरीदने पहुंचे।

मीडिया से बात करते हुए पुस्तक विक्रेताओं ने प्रशासन की सराहना करते हुए बताया कि स्कूली बच्चों की किताबों को लेकर अभिभावकों के उन्हें दिन रात फोन आ रहे थे इसका प्रशासन ने यह समाधान निकाला है।

उन्होंने बताया कि मंगलवार और बुधवार को पुस्तक विक्रेताओं को दुकानों के अंदर शटर बंद करके कक्षाओं के मुताबिक सेट बनाने की इजाजत दी है ताकि वीरवार को 3 घंटे की अवधि में अभिभावकों को किसी तरह की परेशानी ना हो और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा सके।

प्रशासन के इस कदम से अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है। अभिभावकों का कहना है कि प्रशासन के इस कदम से बच्चे कर्फ्यू के दौरान घर में रहकर अपने अभिभावकों की मदद से पढ़ाई कर सकेंगे।

वर्तमान में स्कूलों द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से बच्चों को जो गृह कार्य दिया जा रहा है उसे करने में भी उन्हें मदद मिलेगी साथ ही जो विषय उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से समझ नहीं आया है उस विषय को बच्चे अपनी पाठ्य पुस्तक की मदद से समझ पाएंगे।

किताबें खरीदने के लिए उमड़ी अभिभावकों की भीड़ को देखते हुए अभिभावकों ने प्रशासन से पुस्तक विक्रेताओं की दुकानें हफ्ते में दो बार खोलने की मांग की।