वैक्सीनेशन के तीसरे चरण में हिमाचल के 66 निजी अस्पतालों में लगेगी वैक्सीन
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 01-03-2021
हिमाचल प्रदेश में सोमवार से कोरोना वैक्सीनेशन (टीकाकरण) का तीसरा चरण शुरू हो जाएगा। तीसरे चरण में लोग सरकारी के साथ निजी अस्पतालों में भी टीका लगवा सकेंगे। राज्य सरकार ने प्रदेश भर में 66 निजी अस्पतालों की सूची जारी कर दी है, जहां टीका लगवाया जा सकेगा।
ये सभी अस्पताल पीएमजेएवाई (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) के तहत पंजीकृत हैं। एनएचएम के उप अभियान निदेशक डॉ. गोपाल बेरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों में टीका लगवाने के लिए 250 रुपये शुल्क तय किया है।
तीसरे चरण में 60 साल से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों को टीका लगाया जाएगा। गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि पहला चरण 9 फरवरी को खत्म हो गया था।
10 फरवरी से कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हुआ था। 90 हजार डॉक्टरों और फ्रंट लाइन वर्करों को डोज दी जा चुकी हैं। प्रदेश को अभी तक 1.87 लाख डोज मिली हैं।
रेनबो अस्पताल बिलासपुर, चंबा में हेल्थ डेंटल और राणा अस्पताल, हमीरपुर में ठाकुर नर्सिंग, आस्था मेटरनटी, आस्था, पार्वती अस्पताल, कांगड़ा में डॉ. केडीएस आई, आनंद मेपल लिफ, एसएम आई, डॉ. नीना पहवाह, अशोक मेमोरियल, नवजीवन, जेवीआर आई अस्पताल, पंचशील नर्सिंग, सूर्या अस्पताल, करण अस्पताल, मारंडा आई अस्पताल, जेवीआर आई अस्पताल, एडवांस डायगनोज सेंटर, कुल्लू में जिंदल संजीवनी, सेपहाइर हेल्थ केयर, सीनियर अस्पताल केलहाई, भानू अस्पताल, लेडी विलिंगडन, मंडी में नीलकांत अस्पताल, जागृति मेडिकल केयर, भामला अस्पताल, मल्होत्रा अस्पताल, आदित्य आई अस्पताल, मन्नत अस्पताल, आस्था अस्पताल, बांगा एसोसिएट, जयप्रकाश अस्पताल, सिरमौर में श्री साईं अस्पताल, संजीवनी आई अस्पताल, जगदीश चंद, प्रियांशी अस्पताल, संजीवनी विजन, श्री सिधिविनायक अस्पताल, सोलन में भारद्वाज अस्पताल, भोजिया डेंटल कॉलेज और अस्पताल, मल्होत्रा अस्पताल, गगल अस्पताल, अभिनव आई केयर, नवजीवन नर्सिंग होम, साईं संजीवनी अस्पताल, बंसल ऑर्थोपेडिग, कपूर नर्सिंग होम, शिवा अस्पताल, एमएम मेडिकल कॉलेज, अमीश अस्पताल, लोर्ड महावीर अस्पताल, आकाश अस्पताल, ब्रू कल्याण हिमालय, ऊना में शेरगिल हेल्थ सेंटर, नवनीत यूरोलॉजी, शिवम ओर्थोकेयर, श्री बांके बिहारी हेल्थ केयर, नंदा अस्पताल, चौहान आई अस्पताल, इशान आई अस्पताल, आनंद राज मालिक अस्पताल और स्वामी पिंडी दास अस्पताल शामिल हैं। हालांकि, इन अस्पतालों की अभी छंटनी भी की जा सकती है।