वेतन विसंगतियों को लेकर पूर्व सैनिकों में रोष, ओआरओपी के बैनर तले सरकार के खिलाफ प्रदर्शन 

वन रैंक वन पेंशन पार्ट 2 में विसंगतियों को लेकर सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में आज बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक सड़कों पर उतरे। अपनी मांग को लेकर पूर्व सैनिकों ने ऐतिहासिक चौगान मैदान से लेकर डीसी ऑफिस तक रैली निकालकर डीसी के जरिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी भेजा

वेतन विसंगतियों को लेकर पूर्व सैनिकों में रोष, ओआरओपी के बैनर तले सरकार के खिलाफ प्रदर्शन 

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन    03-04-2023

वन रैंक वन पेंशन पार्ट 2 में विसंगतियों को लेकर सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में आज बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक सड़कों पर उतरे। अपनी मांग को लेकर पूर्व सैनिकों ने ऐतिहासिक चौगान मैदान से लेकर डीसी ऑफिस तक रैली निकालकर डीसी के जरिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी भेजा। 

मीडिया से बात करते हुए यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन सिरमौर इकाई के उपाध्यक्ष जगमोहन सिंह बताया कि वन रैंक वन पेंशन पार्ट 2 में कई वेतन विसंगतियां है जिसको दूर करने की माँग पूर्व सैनिक कर रहे है। 

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पूर्व सैनिकों को करीब 23 हजार 700 करोड़ के पैकेज दिया है , मगर इसका लाभ सिर्फ सेना के सेवानिवृत्त उच्चाधिकारियों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों द्वारा यह मांग की जा रही है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से लें और एक बार इस मामले का रिव्यू किया जाए। 

इस मांग को लेकर कुछ पूर्व सैनिक जंतर मंतर पर भी धरने पर बैठे है मगर मांग को नहीं सुना जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त सैनिकों ने यह फैसला लिया है कि मांग पूरी न होने तक विरोध लगातार जारी रहेगा।  इससे सरकार की नियत को लेकर पूर्व सैनिकों के मन में एक बार फिर से कड़वाहट पैदा हो रही है। 

उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति प्रधानमंत्री तथा रक्षा मंत्री से मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द वन रैंक वन पेंशन 2 में जो विसंगतियां हैं उन्हें तुरंत दूर किया जाए। उन्होंने बताया कि इन विसंगतियों में जो सैनिक प्रीमेच्योर पेंशन आते हैं। उनको वन रैंक वन पेंशन दो का लाभ नहीं दिया जा रहा है। 

यही नहीं जब वन रैंक वन पेंशन को माना गया है, तो फिर अधिकारियों को जेसीओ तथा अन्य पूर्व सैनिकों से अधिक पेंशन लाभ क्यों दिया जा रहा है। पूर्व सैनिक संगठन ने मांग करते हुए कहा कि सैनिकों और अधिकारियों की मिलिट्री सर्विस पे में बहुत सारा वेरिएशन है। 

पाई गई विसंगतियों के तहत सैनिकों की वीर नारियों और विधवाओं को केवल 30 फीसदी परिवारिक पेंशन दी जाती है। जबकि परिवार की जिम्मेदारियां उनके ऊपर जस की तस बनी रहती हैं। पूर्व सैनिक संगठनों ने फैमिली पेंशन को 50 फीसदी किए जाने की भी मांग की है। सेवानिवृत्त कैप्टन जगमोहन ने कहा कि वन रैंक वन पेंशन की लंबी लड़ाई उन्होंने संयुक्त रूप से लड़ी है। 

उन्होंने वन रैंक वन पेंशन की बहाली पर मोदी सरकार का आभार भी व्यक्त किया मगर साथ साथ इसमें आई विसंगतियों को भी बगैर किसी भेदभाव के दूर करने की मांग की है। 

इस दौरान उनके साथ पूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब और शिलाई से नायक हरिंदर सिंह सूबेदार करनैल सिंह, लांस नायक नरेश कुमार, नायक सूबेदार तरुण, हवलदार श्रवण जीत सिंह, पूर्व सैनिक संगठन घारटीधार से मानद कैप्टन जयपाल सिंह, मानद कैप्टन रमेश चंद, हवलदार नरेंद्र सिंह, मानद नायब सूबेदार चमन लाल तथा कैप्टन धनवीर सिंह मौजूद रहे। 

पूर्व सैनिक संगठन नाहन इकाई की ओर से हवलदार अनिल कुमार जोशी, हवलदार अश्विनी कुमार, हवलदार यशवंत सिंह, हवलदार विमल शर्मा और हवलदार प्रवीण कुमार मौजूद रहे। 

पूर्व सैनिक संगठन संगड़ाह इकाई की ओर से हवलदार रणदीप सिंह, पूर्व सैनिक संगठन पच्छाद की ओर से कैप्टन लालचंद, कैप्टन हितेंद्र सिंह, हवलदार नरेंद्र सिंह, सूबेदार बेलीराम और कैप्टन नरेश दत्त आदि शामिल रहे। पूर्व सैनिक संगठन राजगढ़ की ओर से मानद कैप्टन रमेश, नायक जयपाल, मानद कैप्टन रणेश सहित भारी तादात में पूर्व सैनिक मौजूद रहे।