विधानसभा के गेट पर खालिस्तानी झंडा लगाने  में पहली गिरफ्तारी पंजाब से ,  एसआईटी की दबिश जारी 

धर्मशाला विधानसभा भवन पर खालिस्तान के झंडे और वॉल राइटिंग के मामले में पुलिस की एसआईटी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मोबाइल कॉल डाटा रिकॉर्ड के आधार पर पंजाब के मोरिंडा से इस केस में पहली गिरफ्तारी हुई है

विधानसभा के गेट पर खालिस्तानी झंडा लगाने  में पहली गिरफ्तारी पंजाब से ,  एसआईटी की दबिश जारी 

यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला  11-05-2022
 
धर्मशाला विधानसभा भवन पर खालिस्तान के झंडे और वॉल राइटिंग के मामले में पुलिस की एसआईटी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मोबाइल कॉल डाटा रिकॉर्ड के आधार पर पंजाब के मोरिंडा से इस केस में पहली गिरफ्तारी हुई है। मोरिंडा में पकड़ा गया व्यक्ति खालिस्तान का झंडा लगाने के लिए पंजाब से हिमाचल आया था और धर्मशाला के नजदीक एक होम स्टे में रात को रुके थे।
 
 
 उसके बाद यह होम स्टे से स्कूटर पर विधानसभा भवन तक गए और रात को झंडे और वॉल राइटिंग करने के बाद उन्होंने वीडियो भी बनाया। कॉल डाटा रिकार्ड के आधार पर पुलिस ने मोरिंडा में छापेमारी की और इस व्यक्ति को पकड़ा है। इसके साथ ही एसआईटी ने इस केस को लगभग क्रैक कर लिया है और अन्य गिरफ्तारियां भी बहुत जल्द होने वाली हैं।
 
 
 इसमें पंजाब से झंडा लगाने के लिए ज्यादा लोग नहीं आए थे, लेकिन जांच इस बिंदु पर हो रही है कि हिमाचल में कितने लोगों के संपर्क में ये थे और किससे इनको मदद मिली? मोरिंडा से गिरफ्तार व्यक्ति से पूछताछ में यह भी पता चला है कि काफी दिनों से यह इस तरह की वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे और कई कोशिशें इसके लिए पहले भी की गई थी। 
 
 
इस पूरे मामले में कहीं कोई राजनीतिक पक्ष भी है या नहीं, इस बारे में एसआईटी अलग से जांच कर रही है। गौरतलब है कि धर्मशाला विधानसभा के गेट पर रात के अंधेरे में यह झंडे लगाए गए थे और उसके बाद जांच के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एफआईआर दर्ज करने के बाद डीआईजी संतोष पटियाल की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया था।