वन क्षेत्र बढ़ाने में हिमाचल प्रदेश पांचवें स्थान पर 

वन क्षेत्र बढ़ाने में हिमाचल प्रदेश पांचवें स्थान पर 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   25-08-2020

हिमाचल प्रदेश में हरित वन आवरण 333.52 किलोमीटर तक बढ़ा है, जो कि प्रदेश के लिए बेहतर खबर है। पिछले दिसंबर को जारी की गई भारतीय वन सर्वे रिपोर्ट-2019 में ये खुलासा हुआ है। 

ऐसे में देश के अग्रणी राज्यों में प्रदेश को पांचवां स्थान मिला है। प्रदेश के कुल क्षेत्रफल में से 67 प्रतिशत भूमि पर वन है, जबकि 33 प्रतिशत बंजर भूमि है। इस जमीन पर पौधारोपण के जरिए हरा-भरा करने की कोशिश की जा रही है।

इसके अलावा प्रदेश में 2030 तक प्रदेश में 27 प्रतिशत वन क्षेत्र को बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने का लक्ष्य भी रखा गया है।

वहीं राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने वन विभाग और राज्य रेडक्रॉस सोसायटी शिमला ने पौधरोपण अभियान के अंतर्गत शिमला के निकट मशोबरा में भेखल्टी सड़क में पौधारोपण कर इस अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान के अंतर्गत 100 से अधिक पौधे रोपे गए। राज्यपाल ने देवदार और अखरोट के पौधे रोपे।

राज्यपाल ने कहा कि पौधे प्रकृति का एक उपहार और वरदान है और उनका संरक्षण तथा संबर्द्धन बहुत आवश्यक है। पौधारोपण से पर्यावरण संरक्षण और संतुलन बना रहता है। 

उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की है कि प्रदेश सरकार ने राज्य में 41 वन मंडलों के 12 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में एक करोड़ 20 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है।

प्रधान मुख्य वन अरण्यपाल वन्य प्राणी डा. सविता शर्मा ने प्रदेश में हरित आवरण में वृद्धि की दिशा में वन विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। 

इस अवसर पर सचिव राज्य रेडक्रॉस सोसायटी पीएस राणा और अन्य जिला प्रशासनिक अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

इसके पश्चात, राज्यपाल ने क्रैगनैनो नेचर पार्क का दौरा किया और अधिकारियों को पर्यटन की दृष्टि से इस क्षेत्र का विकास करने के निर्देश दिए।