शादी में हों दो परिवार के केवल 15 लोग ही हो शामिल, शांता की सरकार को सलाह
यंगवार्ता न्यूज़ - काँगड़ा 28-04-2021
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कोरोना संकट भयंकर रूप लेता जा रहा है। वक्त की जरूरत है कठोर नियम। शादी में केवल दो परिवार और 15 से अधिक संख्या नहीं। शांता ने कहा कि हर तरफ से ऑक्सीजन आ रही है। साथ में ऐसे समाचार भी हैं कि अस्पताल में बिना ऑक्सीजन के रोगी मर रहे हैं । जल्दीबाजी की हड़बड़ाहट में व्यवस्था कांप रही है, ऐसे में सरकार को अत्यंत कठोर निर्णय लेने होंगे।
शांता ने कहा है कि लाशों और कांपते मरघटों के दृश्य रूह को कंपा रहे है। मद्रास उच्च न्यायालय की फटकार जनता की भावनाओं के अनुसार है। इस अति भयंकर परिस्थिति में सरकार को बहुत कड़वे और कठोर निर्णय करने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार और चुनाव आयोग यह निर्णय करे कि कम से कम आने वाले छह मास में कहीं कोई चुनाव नहीं होगा।
सरकार यह निर्णय करे कि शादी में केवल दो परिवार होंगे। किसी प्रकार का धार्मिक , सामाजिक कार्यक्रम कहीं भी नहीं होना चाहिए। बकौल शांता, कोरोना बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है सरकार और जनता की लापरवाही। आज भी कुंभ में लाखों नहीं पर हजारों साधु शाही स्नान कर रहे हैं । नेता घूम रहे हैं। जबकि नेता कहीं पर भी जाता है तो नियम टूटते हैं।
नेता जब शादी में जाता है तो नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है।शांता का तर्क है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में बैठकर सारे देश का संचालन कर रहे हैं, अंतरराष्ट्रीय सभाओं को दिल्ली से संबोधित कर रहे हैं । किसी भी प्रदेश का कोई नेता आपात स्थिति के इलावा कहीं पर दौरे पर न जाए ।
प्रधानमंत्री की तरह प्रदेश के नेता प्रदेश और केंद्र में बैठ कर सब कुछ कर सकते हैं । पैसा भी बचेगा और कोरोना भी नही फैलेगा। शादियों में 50 व्यक्तियों की सीमा खुलेआम टूट रही है। जहां नेता जा रहे हैं वहां धज्जियां उठाई जा रही हैं। पूरे प्रदेश में कांगड़ा जिला सबसे अधिक पीड़ित है।
पूरे प्रदेश में कुल मरने वालों में आधे कांगड़ा जिला के हैं। मई में कांगड़ा जिला में तीन हजार शादियां है, और भी अनुमति के लिए कहेंगे। एक जिला में तीन हजार शादियों में नेता जाएंगे तो नियमों की धज्जियां उड़ेगी । क्या बनेगा...यह सोच कर ही डर लग रहा है ।